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अब स्थानीय भाषा में पढ़ाई करेंगे छोटे बच्चे, इसी आधार पर पुस्तकें तैयार होंगी, वेद का भी मिलेगा ज्ञान

Last Updated:March 26, 2025, 13:14 IST

Rajasthan Local Language Study: राजस्थान में सरकारी स्कूल के बच्चे अब स्थानीय भाषा में भी पढ़ाई कर सकेंगे. सरकारी स्कूल में छोटे बच्चों को मायड़ भाषा के अंदर पढ़ाई ही नहीं बल्कि किताबें भी उपलब्ध कराई जाएगी. इसक…और पढ़ेंराजस्थान के सरकारी स्कूलों में बड़ा बदलाव, अब स्थानीय भाषा में भी होगी पढ़ाई

7 लाख बच्चों को स्थानीय भाषा में ही पढ़ाया जाएगा.

हाइलाइट्स

राजस्थान के सरकारी स्कूलों में स्थानीय भाषा में पढ़ाई होगी.छोटे बच्चों को मायड़ भाषा में किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी.वेद पढ़ाने के लिए संस्कृत शिक्षकों की भर्ती होगी.

सीकर. राजस्थान के सरकारी स्कूलों में बच्चे अब स्थानीय भाषा में पढ़ाई करेंगे. इसको लेकर शिक्षा विभाग द्वारा पूरी योजना बना ली गई है. सरकारी स्कूल में छोटे बच्चों को मायड़ भाषा के अंदर पढ़ाई ही नहीं बल्कि किताबें भी उपलब्ध कराई जाएगी. आपको बता दें कि सरकारी स्कूलों के दूसरी कक्षा तक के नन्हे बच्चों को शिक्षा विभाग प्रदेश की स्थानीय भाषा सिखाने के लिए इन्हीं में पाठ्य पुस्तकें लाने जा रहा है.

प्रदेश में अलग-अलग हिस्सों में बोली जाने वाली भाषाओं के हिसाब से पुस्तकें तैयार होंगी. जैसे हाड़ौती, ढूंढाड़ी, शेखावटी, मेवाती, ब्रज इत्यादि भाषा में स्कूली किताबें लाने के लिए शिक्षा विभाग इसका शब्दकोश बनाने में लगा है. इसके कम्पलीट होने के बाद बाल वाटिका (नर्सरी) से दूसरी कक्षा तक पढ़ने वाले करीब 7 लाख बच्चों को स्थानीय भाषा में ही पढ़ाया जाएगा.

कक्षाओं में वेद की भी होगी पढ़ाई

शिक्षा के साथ बच्चों को संस्कृति-धर्म का ज्ञान भी पढ़ाने की तैयारी है. इसके लिए संस्कृति शिक्षा विभाग की ओर से वेद विद्यालय खोले जाएंगे. इनमें छठीं कक्षा से ऊपर की कक्षाओं में वेद पढ़ाए जाएंगे. प्रदेश में हालांकि अभी 19 वेद विद्यालय हैं, जो विभिन्न निजी संस्थाओं के द्वारा संचालित हो रहे हैं. लेकिन, अब सरकार अपने स्तर पर वेद शिक्षा के लिए ये स्कूल खोल रही है. वेद पारंगत शिक्षकों की भर्ती संस्कृत शिक्षा विभाग के द्वारा की जाएगी. स्कूलों में वेद के अलावा अन्य विषय भी पढ़ाए जाएंगे और अन्य विषयों के शिक्षक शिक्षा विभाग से लिए जाएंगे.

स्थानीय भाषा में सीखेंगे बच्चे

सरकार के इस नए प्लान के तहत स्थानीय भाषा के द्वारा छोटे बच्चों को शिक्षा दी जाएगी. लोकल लैंग्वेज के तहत किताबें भी पढ़ेंगे इसके अलावा जैसे-जैसे वे आगे क्लास में जाएंगे वैसे-वैसे उन्हें वेद भी पढ़ाए जाएंगे. इससे नए बदलाव से आदिवासी क्षेत्र के बच्चों को काफी अधिक फायदा होगा. स्थानीय भाषा में आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे.

Location :

Sikar,Rajasthan

First Published :

March 26, 2025, 13:14 IST

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राजस्थान के सरकारी स्कूलों में बड़ा बदलाव, अब स्थानीय भाषा में भी होगी पढ़ाई

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