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निराला समाज टीम जयपुर।
जयपुर के जेके लोन अस्पताल में प्लाज्मा चोरी के बाद अब ब्लड बेचने का मामला पकड़ में आया है। सेंट्रल लैब में संविदा पर तैनात आलोक सैन ने मरीज के परिजन से 2 हजार रुपए में एक यूनिट खून का सौदा किया। इसके बाद बाहर से एक व्यक्ति को डोनर बनाकर बुलाया। इस सौदे में 1 हजार रुपए डोनर को और 1 हजार खुद लेना तय किया। इस दौरान वहां तैनात रेजिडेंट को शक हुआ तो मामले का खुलासा हो गया।
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अस्पताल के ब्लड बैंक में हर महीने औसतन 500 से 600 यूनिट ब्लड डोनेट होता है। इसमें से इमरजेंसी और जरूरतमंदों को निशुल्क दिया जाता है। इसका कोई हिसाब नहीं होने का फायदा उठाकर स्टाफ ब्लड बेच देता है। अस्पताल के इंचार्ज और अधीक्षक की ओर से इस पर ध्यान नहीं देने से पिछले 2 सालों से जमकर खेल हो रहा है और मरीजों को लूटा जा रहा है। जेके लोन अस्पताल में प्लाज्मा चोरी मामले में ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. सतेन्द्र को हटाया जा चुका है, इसलिए अब अधीक्षक डॉ. कैलाश मीणा तय करते हैं कि ब्लड बैंक का प्रभारी कौन होगा।
इस प्रकरण में आलोक सैन (कम्प्यूटर ऑपरेटर) को पकड़ लिया, लेकिन अभी भी प्लाज्मा चोरी और खून बेचने के खेल में शामिल मुख्य आरोपी पुलिस और प्रशासन की पकड़ से दूर हैं।
रेजिडेंट को शक हुआ, रिश्ता पूछा तो खुल गई पोल
जेके लोन अस्पताल में आईसीयू के बेड नंबर दो पर बेबी ऑफ हेमलता एडमिट है। उसे दो यूनिट ब्लड की जरूरत थी। परिजन एक यूनिट दे चुके थे और एक अन्य डोनर के नहीं होने से परेशान हो रहे थे। इसी दौरान आलोक सैन ने परिजन विश्वेन्द्र को झांसे में लिया और कहा कि 2 हजार रुपए दे दो, मैं ब्लड करा दूंगा। परेशान परिजनों ने उसे हां कर दी और पैसे दे दिए।
इसके बाद आलोक ब्लड बैंक गया, लेकिन जब वहां बात नहीं बनी तो उसने अपने किसी जानकार (जो संभवतया रेगुलर ब्लड देता था) को फोन किया और कहा कि एक यूनिट ब्लड दे जा और एक हजार रुपए दूंगा। वह युवक आ गया और ब्लड बैंक पहुंच गया, लेकिन यहां रेजिडेंट को शक हुआ तो उसने फटकार लगाते हुए रिश्ते के बारे में पूछा। इस पर युवक ने सच्चाई बोल दी और कहा कि उसे आलोक सैन ने 1 हजार रुपए देने की बात कही थी, इसीलिए वह ब्लड देने आ गया। इसके बाद अस्पताल प्रशासन और पुलिस को सूचना दी गई और आलोक पकड़ लिया गया।
सभी अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया- ब्लड बैंक चोरी मामले में पूरी जानकारी ली है और जल्द ही इसमें फेरबदल करेंगे। इसके अलावा सभी अस्पतालों में व्यवस्थाएं सुधारने की प्लानिंग तैयार की जा रही है।