Nurses day special | नर्सेज डे स्पेशल – ममता और सुरक्षा का मिश्रित रूप है नर्स
सिस्टर उपचारिका चिकित्सा सहायक। नर्स के कई नाम है। नर्स के दायत्व के दर्शाती दो तस्वीरे। नर्स में एक मां की ममता भी है तो आपको बचाने के लिए सुरक्षा कवच भी। पहली तस्वीर मां से ज्यादा और मां से पहले दुलार और ममता देती एक नर्स ही है वही दूसरी तस्वीर बच्चो को कोरोना का टीका लगा विश्वव्यापी महामारी से सुरक्षा कवच भी एक नर्स ही देती है। फोटो स्टोरी अनुग्रह सोलोमन
जयपुर
Published: May 12, 2022 04:31:39 pm
तस्वीर आपको सब कुछ साफ साफ दिखा देती है। पहली तस्वीर जयपुर के सबसे बड़े महिला अस्पताल जनाना की है । यहां की नर्स कर्मी संध्या ने बताया कि यदि नवजात बच्चा कमजोर पैदा होता है। तो उसे 10 से 14 दिन के लिए मां से अलग रखा जाता है। यह उस बच्चे को सेफ और स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी होता है। बच्चे की सेवा की जाती है। उस समय यह हमारे बच्चों के समान ही होते हैं। दूसरी तस्वीर जयपुर के बच्चों के अस्पताल जेकेलोन की है । यहां पर बच्चों के वैक्सीनेशन का काम जोर-शोर से चलता है। लगभग रोज 200 से ढाई सौ 16 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों के यहां पर कोरोना की वैक्सीन लगाई जाती है। यहां पर कार्यरत नर्स कर्मी रक्षा ने बताया कि हम जब इन बच्चों के कोरोना की रक्षा टीका लगाते हैं तो हमें मन में एक सुकून सा मिलता है कि हमने बच्चों को विश्वव्यापी महामारी के खिलाफ सुरक्षा कवच प्रदान किया है। यही है नर्स की ड्यूटी। जहां एक तरफ मां की ममता भी होती है वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा का कवच या यूं कहें ढाल भी नरसी होती है। कभी कभी लोग इस नर्स कर्मी के कार्य और उनकी सेवा को भूल जाते है और इनको एक आम इंसान के समान समझते है। नर्सेज डे पर लोगो को एक बार रुक कर इन सभी नर्सेज का सम्मान और इनके किए गए कार्य को देख कर इनकी सेवा भाव को हृदय से आभार व्यक्त करना चाहिए। फोटो स्टोरी अनुग्रह सोलोमन

बच्चो को कोरोना का टीका लगा विश्वव्यापी महामारी से सुरक्षा कवच भी एक नर्स ही देती है।
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