Rajasthan
Jaipur to witness Prateek Kuhads ‘The Way that Lovers Do’ India Tour | म्यूजिक मेरे लिए लाइफ की तरह है: प्रतीक
क्रिएटिव प्रोसेस करता है सबसे ज्यादा उत्साहित
बचपन से इंडी म्यूजिक से काफी प्रभावित रहे प्रतीक को गाने को बनाने का क्रिएटिव प्रोसेस सबसे ज्यादा एक्साइट करता है। यही वजह है कि वह खुद गाने लिखते हैं, कंपोज करते हैं, गाते हैं और प्रोड्यूस भी करते हैं। बात अगर बॉलीवुड की करें तो फिल्म ‘बार बार देखो’ में ‘खो गए हम कहां’ और ‘कारवां’ मूवी के सॉन्ग ‘सांसें’ व ‘कदम’ प्रतीक के ही क्रिएशन हैं। अभी तक प्रतीक ने अपने लिखे गाने खुद ही गाए हैं। हालांकि वह कहते हैं कि मैं बहुत खुश होऊंगा, अगर मैं गाने लिखूं और कोई गाए। अपने आगामी प्रोजेक्ट को लेकर प्रतीक कहते हैं, गाने लिखने का सिलसिला तो हर रोज-हर हफ्ते चलता रहता है। जब यह टूर खत्म होगा तो अगले एलबम पर काम शुरू करूंगा।
