जलझूलनी एकादशी के मौके पर सांवलिया सेठ की भव्य शोभायात्रा, रजत रथ पर सवार होकर निकले भगवान

निशा राठौड़/ उदयपुर: उदयपुर के मेवाड़ क्षेत्र स्थित प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में शनिवार को जलझूलनी एकादशी के अवसर पर भव्य रथयात्रा का आयोजन किया गया. इस मौके पर श्रद्धालुओं ने आराध्य भगवान के साथ फाग खेलते हुए गुलाल उगली और उत्सव की धूमधाम को बढ़ाया.
रथयात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़रथयात्रा की शुरुआत राजभोग आरती के बाद हुई, जिसमें मंदिर पुजारियों ने भगवान के बाल स्वरूप को शीश पूजा अर्चना के बाद सिंहासन पर विराजित किया. इसके बाद, भगवान के बाल विग्रह को निज मंदिर से चांदी के रथ पर स्थापित कर रथयात्रा निकाली गई. इस दौरान श्रद्धालुओं ने हाथी, घोड़ा, पालकी और जय कन्हैया लाल की के जयकारों के साथ भगवान की अगवानी की.
हेलीकॉप्टर से गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षारथयात्रा के दौरान, मंदिर पदाधिकारियों ने भगवान की शोभायात्रा पर हेलीकॉप्टर से गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा करवाई, जो श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बनी. देशभर से आए भक्तों ने इस दृश्य को मंत्रमुग्ध होकर देखा. इसके अलावा, भक्तों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर खुशियां मनाईं और पूरा मंदिर परिसर गुलाल के रंगों से सराबोर हो गया, मानो यहां गोकुल की होली खेली जा रही हो.
रात्रि को मंदिर पहुंचेगी शोभायात्रा रथयात्रा का मार्ग राधाकृष्ण मंदिर, कुरेठा नाका मंदिर, नीमचौक मंदिर, कुम्हारों का मोहल्ला और अन्य स्थानों से होकर गुजरेगा. शोभायात्रा शिव मंदिर चौक, राधाकृष्ण मंदिर, गढ़ी का देवरा और मस्जिद के पास होते हुए कबूतर खाना पहुंचेगी. सांवलिया स्नान घाट पर मुख्य पुजारी और अन्य मंदिरों के पुजारियों द्वारा भगवान सांवलियाजी और अन्य विग्रहों को जल में स्नान कराया जाएगा.
रथयात्रा रात लगभग 8 बजे मुख्य मंदिर पहुंचेगी, जहां ठाकुर जी का रंगीन और आकर्षक आतिशबाजी से स्वागत किया जाएगा. 2 किमी की दूरी तय करने में रथयात्रा को काफी समय लग सकता है, लेकिन श्रद्धालुओं का उत्साह इस यात्रा की भव्यता को और बढ़ा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 19:09 IST