इस दिन जिले में लगेंगे मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य कैंप, मोतियाबिंद इलाज के साथ फ्री होंगी कैंसर की जांच

करौली. आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के मकसद से करौली जिले में जल्द ही मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर शुरू होने वाले हैं. इन निशुल्क शिविरों का आयोजन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 15 दिसंबर से 31 जनवरी 2025 तक मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों के नाम से किया जाएगा. इन शिविरों का उद्देश्य जिले के प्रत्येक नागरिक को सर्वोत्तम, सुलभ और गुणवत्तायुक्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है.
मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश चंद मीणा ने बताया कि यह शिविर तीन चरणों में आयोजित होंगे. प्रथम चरण में यह शिविर, सभी पीएचसी और सभी सीएचसी पर सप्ताह में तीन दिन शिविर लगेंगे और द्वितीय चरण में यह सभी शिविर 6 पंचायत समिति मुख्यालय पर आयोजित होंगे. वहीं तीसरे चरण में जिला अस्पताल में एक-एक रेफरल शिविर लगेगा. सप्ताह में प्रत्येक सोमवार और गुरुवार को एमसीएचएन दिवस होने और शनिवार-रविवार अवकाश होने के कारण शिविरों का आयोजन नहीं होगा.
ये मिलेगी सुविधाएंसीएमएचओ डॉ मीणा ने बताया कि प्रत्येक शिविर में दो चिकित्सकों के अलावा एक दंत रोग चिकित्सक, एक दंत तकनीशियन, नेत्र रोग विशेषज्ञ, नेत्र सहायक और आयुष चिकित्सक मौजूद रहेंगे. इनके साथ नर्सिंगकर्मी, लैब टेक्नीशियन, लैब सहायक, एलएचवी, एसटीएस, एसटीएलएस, फार्मासिस्ट, एएनएम, सीएचओ, बीपीएम भी मौजूद रहेंगे और इसके अलावा आशा सहयोगिनियों और डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स की सहायता भी ली जाएगी. शिविर स्थल पर 108 या अन्य एंबुलेंस भी मौजूद रहेगी ताकि समय पर उसका उपयोग किया जा सके. शिविरों में जिला अस्पताल स्तर तक की दवाएं उपलब्ध रहेंगी.
कई बीमारियों की जांच और उपचार किया जाएगाउन्होंने बताया कि शिविरों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, संचारी, गैर संचारी रोगों व अन्य रोगों की जांच और उपचार किया जाएगा. इसके अलावा 30 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों की शिविर में आने वाले सभी लोगों की ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और तीन कॉमन कैंसर जांचें होंगी. मोतियाबिंद के मरीजों की पहचान भी इन शिविरों के माध्यम से की जाएगी और उनके ऑपरेशन भी कराए जाएंगे. जिसके लिए उन्हें रेफर किया जा सकेगा और जरूरत के अनुसार चश्मों का वितरण भी किया जाएगा. इसके अलावा शिविर में टीबी मरीजों की स्पूटम फोर एएफबी जांच, जरूरत होने पर एक्स-रे कराना, निक्षय पोषण योजना में वंचित व्यक्तियों का बैंक अकाउंट प्राप्त कर पोर्टल पर अपडेट करनाए परिवार कल्याण के साधनों का वितरण, कुपोषित बच्चों की पहचान और उपचार, कुष्ठ रोगियों की जांच और उपचार, नियमित टीकाकरण सहित अन्य बीमारियों की जांच और उपचार किया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : December 12, 2024, 17:32 IST