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One accused Sidhu Musewala murder is lodged in Ajmer Jail | सिद्धू मूसेवाला की हत्या का एक आरोपी है राजस्थान के अजमेर जिले में बंद, दूसरा कनाडा में! Facebook पोस्ट से ली हत्या की जिम्मेवारी

गोल्डी बराड़ ने यूं ली जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ ने लिखा कि ‘राम राम सारे भाइयों नूं सत श्री अकाल… आह जेड़ा सिद्धू मूसेवाले दा कम्म होया ऐहदी जिम्मेवारी मैं गोल्डी बरार, सचिन बिश्नोई धत्तारवाली, लॉरेंस ग्रुप लैने आं। ऐह साडे भाई विक्की मिड्डूखेड़ा ते गुरलाल बरार दे कत्ल विच इसदा नाम आन दे बावजूद पुलिस ने इसते कोई कार्रवाई नईं कीती ते साडे भाई अंकित भादू दे एनकाउंटर विच वी इसदा हत्थ सी… ऐह साडे खिलाफ चल रहा सी… दिल्ली पुलिस ने मीडिया अग्गे डायरेक्ट इसदा नाम रख दित्ता सी, फिर वे ऐह अपनी पावर करके बचेया रहा इसते कोई कार्रवाई नहीं हुई… कौशल दे सारे बंदे जेहड़े फड़े गए ओहनां ने इसदा नाम लित्ता कि….

फेसबुक पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने भी ली जिम्मेदारी, जयपुर से दी थी धमकी लॉरेंस गैंग ने फेसबुक में लिखा कि ‘राम राम भाई सबको…आज जो सिद्धू मूसेवाला का कत्ल हुआ है, उसकी जिम्मेदारी मैं और मेरा भाई गोल्डी बरार लेता है। लोग हमें…जो भी कहें लेकिन इसने हमारे भाई विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या में मदद की थी। हमने अपने भाई का बदला ले लिया है। मैंने इसे जयपुर से कॉल करके कहा था कि तुमने गलत किया है। इसने मुझे कहा था कि मैं किसी की परवाह नहीं करता, तुम जो कर सकते हो कर लो। मैं भी हथियार लोड करके रखता हूं। और आज हमने अपने भाई विक्की का इंसाफ ले लिया है। ये तो अभी शुरुआत है…जो भी इस कत्ल में शामिल थे, वे तैयार रहें…आज हमने सबके भ्रम दूर कर दिए हैं। जय… बलकारी… (मूलत: पंजाबी में लिखा गया है।)

lawrence_bishnoi.jpglawrence_moosewala.jpglawrence_jail.jpgकौन है विक्की , जिसके लिए हुआ मूसेवाला का मर्डर पहले बात लॉरेंस बिश्नोई की। लारेंस कभी पंजाब यूनिवर्सिटी का छात्र नेता हुआ करता था। अब इसकी दविंदर बंबीहा ग्रुप से अदावत चल रही है। 2016 में हुए एनकाउंटर में दविंदर बंबीहा मारा गया था। गैंग अब भी चल रहा है। बताया जाता है कि बंबीहा ग्रुप को आर्मेनिया में बैठा लक्की पटियाल चलाता है। मोहाली में 7 अगस्त 2021 को यूथ अकाली नेता विक्रम सिंह उर्फ विक्की मिड्डूखेड़ा का मर्डर हुआ था। बंबीहा ग्रुप ने सोशल मीडिया पर बताया था कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए विक्की काम करता था, इसलिए उसका मर्डर किया गया। ऐसा आरोप है कि इस हत्याकांड में शामिल शूटरों को मूसेवाला के मैनेजर ने पनाह दी थी।

गोल्डी बराड़, कनाडा में बैठे-बैठे इंडिया में क्राइम हत्या के महज तीन घंटे बाद गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पर पोस्ट के जरिए वारदात की जिम्मेदारी ली। हालांकि गोल्डी ने अपना फेसबुक प्रोफाइल लॉक कर दिया है । उसने लिखा कि मेरे साथी की हत्या के मामले में सिद्धू मूसेवाला का नाम आया था, लेकिन अपनी पहुंच के चलते वो बच गया था। सरकार ने उसे सजा नहीं दी थी इसलिए हत्या को अंजाम दिया गया है। गोल्डी बराड़ इस समय कनाडा में है। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है और कैनेडियन गैंगस्टर है। कई आपराधिक मामलों में इसकी तलाश है। इसी महीने फरीदपुर के एक कोर्ट ने जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या के आरोप में बराड़ के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। गोल्डी बराड़ का असली नाम सतिंदर सिंह है। पंजाब पुलिस एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स एक मई 2022 को गोल्डी बराड़ के तीन करीबी सहयोगियों को बठिंडा से गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि ये मालवा क्षेत्र के एक जाने-माने बिजनेसमैन से वसूली करनेवाले थे।

लॉरेंस बिश्नोई अब भी राजस्थान के अजमेर जिले में है बंद वहीं, चंडीगढ़ की छात्र राजनीति से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया था। पंजाब के फाजिल्का से ताल्लुक रखने वाले लॉरेंस बिश्नोई के पिता पुलिस में थे। शुरुआती पढ़ाई फाजिल्का में हुई। चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में भी पढ़ाई की। यहीं से बिश्नोई को राजनीति का चस्का लगा। सियासत से क्राइम की रुख कर लिया। उसे डॉन बनने की इच्छा पैदा हो गई। फिर वो अपराध के रास्ते निकल पड़ा। पंजाब पुलिस की माने तो बिश्नोई का पहलवानी में मन लगता था और वो पास के अखाड़े में कुश्ती की प्रैक्टिस करता था। कॉलेज के दिनों में लॉरेंस बिश्नोई ने जो गैंग बनाया था उसमें खिलाड़ियों से लेकर पुलिस वालों के बच्चे शामिल थे। बिश्नोई ने अपना नेटवर्क पहले पंजाब और हरियाणा, फिर धीरे-धीरे कई राज्यों तक फैला लिया। अब तो इंटरनेशनल लेवल पर अपना जाल फैलाए हुए है। लॉरेंस इस समय राजस्थान के अजमेर जेल में बंद है।

पंजाब पुलिस महानिदेशक ने बताया, दो पुलिसवाले थे मूसेवाला की सुरक्षा में पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वीके भवरा ने कहा है कि मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या गिरोहों के बीच आपसी दुश्मनी का परिणाम लग रही है और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह इसमें शामिल था। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि रविवार शाम को हुई इस हत्या की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा। अगले महीने ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी पर तैनाती के लिए पुलिसकर्मियों को मुक्त कराने के मकसद से मूसेवाला की सुरक्षा घटाई गई थी। उनके साथ तैनात पंजाब पुलिस के चार कमांडो में से दो को हटाया गया था। मानसा जिले में वारदात के समय मूसेवाला अपने बचे हुए दो कमांडो को साथ नहीं ले गए थे। घटनास्थल से गोलियों के 30 खाली खोल बरामद किए गए हैं। उन्होंने अनुमान जताया कि वारदात में कम से कम तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया होगा। आईजी और एसपी मानसा में कैंप कर रहे हैं। सिद्धू मूसेवाला बुलेटप्रूफ गाड़ी में सवार नहीं थे। लॉरेंस गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।

सिद्धू मूसेवाला नहीं है असली नाम, बनना था इंजीनियर सिद्धू मूसेवाला का जन्म 17 जून 1993 को मानसा जिले के मूसेवाला गांव में हुआ था। उनका बचपन का नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था। सिद्धू मूसेवाला की तगड़ी फैन फॉलोइंग थी। उनके रैप को काफी पसंद किया जाता था। सिद्धू मूसेवाला इंजिनियर बनना चाहते थे और इसी चाहत में उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। कॉलेज के दिनों में ही म्यूजिक सीखा और फिर बाद में कनाडा चले गए। सिद्धू मूसेवाला की गिनती पंजाब के सबसे विवादित सिंगर्स में की जाती थी।

गानों से खुलेआम गन और गैंग्स्टर कल्चर को करता था प्रमोट अपने गानों के जरिए वह खुलेआम गन और गैंग्स्टर कल्चर को प्रमोट करते थे। ‘स्केपगोट’ के अलावा सिद्धू मूसेवाला के एक और गाने ‘संजू’ पर भी खूब बवाल मचा था। ये गाना तब रिलीज हुआ था, जब सिद्धू मूसेवाला को एके-47 फायरिंग मामले में जमानत मिली थी। इस गाने में सिद्धू मूसेवाला ने अपनी तुलना एक्टर संजय दत्त से की थी। सिद्धू मूसेवाला ने अपने करियर की शुरुआत एक सॉन्ग राइटर के रूप में की थी। उन्होंने License गाने के लिरिक्स लिखे थे। सिद्धू मूसेवाला को सबसे ज्यादा चर्चा उनके गाने So High के लिए मिली। 2018 में उन्होंने अपना पहला एल्बम PBX 1 रिलीज किया।

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