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इस बेकार से प्लांट को छूने में लगता है डर लेकिन खतरनाक दर्द को भी दे देता है मात, स्किन में ले आता है मिडास टच

Useless Plant Benefit: अगर आप गांव में रहते हैं तो खेत या बेकार पड़ी जमीन के घास-फूस में इस प्लांट को आप आसानी से देख सकते हैं. इस प्लांट का कोई काम नहीं है क्योंकि इसे चारे के रूप में भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इसका संस्कृत नाम नीलपुष्पा है लेकिन इसे वनोकरा, खगरा इत्यादि नामों से जाना जाता है. जब यह हरा रहता है तब इस छोटे से प्लांट में सैकड़ों फलियां निकल आती हैं. ये फलियां चारों तरफ से कांटेदार होती हैं. जब आप इसे छुएंगे तो चुभ जाएगा. गलती से अगर यह बाल में लग गया तो इसे निकालना मुश्किल हो जाता है. लेकिन एक हालिया रिसर्च में इस बेकार से प्लांट में कई तरह के गुणों को साबित किया गया है. रिसर्च के मुताबिक वनोकरा के प्लांट की फलियों में एंटी-इंफ्लामेटरी यानी दर्द निवारक और एंटी-एजिंग गुण पाया जाता है.

स्किन को जवां रखने का पावरफुल प्लांटदक्षिण कोरिया के मयोंगजी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में दावा किया है कि वनोकरा के फलों में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग गुण पाया जाता है जो सबसे ज्यादा स्किन को फायदा पहुंचाता है. अध्ययन के मुताबिक इस कांटेदार फलों से स्किन में कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ाया जाता है. कोलेजन स्किन के नीचे गुदेदार चीज होती है जो इलास्टिसिटी का काम करता है. इससे स्किन में ग्लो आता है और झुर्रिया नहीं होती. शोधकर्ताओं ने बताया कि वनोकरा के फलो में ऐसा कंपाउड पाया जाता है तो अल्ट्रावायलेट किरणों से स्किन को हुए नुकसान को कम करता है और स्किन के नीचे के टिशूज की मरम्मत कर देता है. रिसर्च के लेखक इंशु सोंग ने बताया कि वनोकरा के प्लांट में स्किन को जवां बनाने का अद्भुत गुण है. इससे स्किन क्रीम बनाने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल हो सकती है. इतना ही नहीं एंटी-एजिंग कॉस्मेटिक के क्षेत्र में यह क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है.

गठिया के दर्द से राहतहेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक वनोकरा का इस्तेमाल चीन और एशिया के कई देशों में दवा के रूप में सदियों से किया जाता है. इसका इस्तेमाल सिर दर्द, नाक बहने, स्किन की बीमारी, टीबी आदि में किया जाता रहा है. वैज्ञानिकों ने जब से इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण की खोज की है तो इससे गठिया या अर्थराइटिस के दर्द में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. शोधकर्ताओं ने बताया कि जिस वनोकरा के प्लांट पर रिसर्च की गई है उसे दक्षिण कोरिया से प्राप्त किया गया है और इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी पाया गया है. यह किसी भी तरह के घाव को बहुत जल्द ठीक कर सकता है और इससे घाव के दर्द और पैरों में दर्द से निजात पाया जा सकता है. कॉस्मेटिक इस्तेमाल के लिए इसे उत्तम माना गया है. हालांकि इसे किसी भी रूप में खाया नहीं जा सकता है क्योंकि इसमें टॉक्सिन भी पाया जाता है.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle, Trending news

FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 16:06 IST

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