Opinion: पीएम मोदी का विजन हुआ साकार, धार्मिक ही नहीं… राम नगरी अयोध्या को मिलेगी वर्ल्ड क्लास सिटी की पहचान

Opinion: अयोध्या से मॉडर्न अयोध्या अब बनकर तैयार है. देश-दुनिया के लोग इस धार्मिक शहर को केवल सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर नहीं बल्कि एक आधुनिक शहर के तौर पर देखने जा रहे है. 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र की सत्ता संभाली थी, तब से वे इस शहर को दुनिया के नक्से में एक अलग पहचान दिलाने के लिए एक विजन पर काम शुरू कर दिया. प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण था कि अयोध्या में आधुनिक विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का विकास हो, संपर्क में सुधार हो और शहर के समृद्ध इतिहास और विरासत के अनुरूप यहां नागरिक सुविधाएं उपलब्ध हो.
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पीएम मोदी इसे साकार करने में जुट गए. पीएम ने राम मंदिर ट्रस्ट बनाकर भव्य राम मंदिर बनाने का जिम्मा सौंपा. वहीं, इस शहर को कैसे वर्ल्ड क्लास सिटी बनाया जाये, इसके लिए अपने कई मंत्रालय से रिपोर्ट मांगवाई और इस शहर के हर सुविधा को मॉडर्न बनाने में लग गए. पीएम ने अयोध्या के विकास को लेकर अपने मंत्रिमंडल के साथ समय-समय पर चर्चा और उसके डेवलपमेंट पर नजर बनाये रखा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश सरकार और वहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इसके विकास में लग जाने की हिदायत दी. पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियो से लगातार समीक्षा बैठके की. पीएम मोदी की ये मेहनत अब जमीन पर दिखाई देने लगी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या जाने वाले हैं. पीएम मोदी का ये दौरा ऐतिहासिक होने जा रहा है. यहां पीएम अयोध्या के पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन और एक नए हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे. पीएम नई अमृत भारत और वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे. पीएम मोदी अयोध्या से ही राज्य के लिए 15,700 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इनमें अयोध्या और उसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए लगभग 11,100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं और पूरे उत्तर प्रदेश में अन्य परियोजनाओं से संबंधित लगभग 4600 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शामिल हैं.
मॉडर्न अयोध्या की झलक:
महर्षि बाल्मीकि अंतराष्ट्रीय हवाईअड्डा अयोध्या धाम
पीएम मोदी इस आधुनिक हवाईअड्डा का उद्घाटन 30 दिसंबर को करने वाले है, अयोध्या के इस अत्याधुनिक हवाई अड्डे का पहला चरण 1,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है. हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6500 वर्गमीटर होगा , जो सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों की सेवा करने के लिए तैयार रहेगा. टर्मिनल भवन का अगला हिस्सा अयोध्या के आगामी श्रीराम मंदिर की मंदिर वास्तुकला को दर्शाता है. टर्मिनल भवन के अंदरूनी हिस्सों को भगवान श्रीराम के जीवन को दर्शाते हुए स्थानीय कला, चित्रों और भित्ति चित्रों से सजाया गया है. अयोध्या हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन विभिन्न सुविधाओं से लैस है जिनमें इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, एलईडी लाइटिंग, वर्षा जल संचयन, फव्वारे के साथ भूनिर्माण, जल उपचार संयंत्र, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सौर ऊर्जा संयंत्र शामिल हैं.
अयोध्याधाम जंक्शन
अयोध्याधाम रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट के तर्ज पर विश्व स्तर का बनाया गया है. इस जंक्शन में आम यात्रियों के लिए हर आधुनिक सुविधा उपलब्ध होने वाली है. स्टेशन के पुनर्विकास कार्य में कई आधुनिक सुविधाओं को शामिल किया गया है, जिसमें एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं शामिल हैं. लेकिन इसका आर्किटेक्चर पारंपरिक डिजाइन पर आधारित है. स्टेशन के शीर्ष पर एक संरचना है जिसका डिजाइन शाही ‘मुकुट’ जैसा है, जबकि इसके ठीक नीचे एक दीवार पर धनुष का चित्रण किया गया है. यह भगवान राम के साथ अयोध्या के जुड़ाव को दर्शाता है. तीन मंजिलों वाली इमारत में दो ‘शिखर’ हैं, जो रेलवे ट्रैक के सामने वाली संरचना के प्रत्येक कोने पर है, जबकि इसके अग्रभाग पर दो छत्री-शैली की संरचनाएं हैं.
पुनर्विकसित स्टेशन में शिशु देखभाल, रिटायरिंग रूम, फूड प्लाजा की सुविधाएं हैं और भविष्य में कुछ दुकानें भी होंगी. स्टेशन में विशाल रेस्टिंग रूम, क्लॉक रूम, शौचालय सुविधाएं, लिफ्ट, एस्केलेटर और नवीनतम साइनेज भी हैं. इसमें एक पर्यटक सूचना काउंटर भी होगा.
अयोध्या के विकास की तो ये शुरुआत है.भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या को आध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन केंद्र और भव्य स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है. अभी इसकी शुरुआत हुई है, अभी कई परियोजनाओं पर अमालीजामा पहनाना बाकी है.
नई टाउनशिप, होटल, रेजिडेंशियल बिल्डिंग, आध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन केंद्र और भव्य स्मार्ट सिटी के रूप में अयोध्या नया आकर लेने वाला है. शहर में एक नई ग्रीनफील्ड टाउनशिप बसाने की भी योजना बनाई जा रही है, जिसमें भक्तों के लिए आवास सुविधाएं, आश्रमों, मठों, होटलों, विभिन्न राज्यों के भवनों के लिए जगह शामिल होगी. इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय के मुताबिक एक पर्यटक सुविधा केंद्र, एक विश्व स्तरीय संग्रहालय भी बनाया जाएगा. सरयू नदी और उसके घाटों के आसपास बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सरयू नदी पर क्रूज संचालन को भी नियमित सुविधा बनाया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या को एक ऐसा शहर बताया है, जो हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में बसा हुआ है. ॉ

अयोध्या में अभी बड़े स्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है. वहां की सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है और बहुस्तरीय कार पार्क सहित कई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं. मंदिरों का नवीनीकरण किया जा रहा है तथा सरयू नदी पर घाटों को बेहतर बनाया जा रहा है. इस तरह शहर के कायापलट से वहां आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है.
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FIRST PUBLISHED : December 29, 2023, 10:45 IST