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Opinion: पीएम मोदी की क्रांतिकारी पीएम स्वनिधि योजना बनी स्ट्रीट वेंडर का संबल

वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही पीएम नरेंद्र मोदी के मन में समाज के हर वर्ग के कल्याण की भावना सर्वोपरि रही है. पीएम मोदी ने इस कड़ी में स्ट्रीट वेंडर को संबल देने, उनके काम को सम्मान देने की योजना पर काम करना शुरू किया. इसी के परिणामस्वरुप पीएम स्वनिधि योजना का शुभारंभ किया गया. बीते तीन सालों में ये योजना बेहद सफल रही है और स्ट्रीट वेंडर के लिए एक वरदान बनकर सामने आई है.

भारत में स्ट्रीट वेंडर की स्थिति
फरवरी 2022 की एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लगभग 49.48 लाख स्ट्रीट वेंडर थे. इसमें उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 8.49 लाख, मध्य प्रदेश में 7.04 लाख स्ट्रीट वेंडर थे. दशकों से ये स्ट्रीट वेंडर समाज में एक सम्मानित स्थान पाने, बेहतर रोजगार करने और अपनी आय के साधन बढ़ने का अंतहीन इंतजार कर रहे हैं. विपक्षी पार्टियों के शासनकाल में उन्हें निरंतर उपेक्षा का सामना करना पड़ा और वो समाज में अपने उचित सम्मान की राह देख रहे थे. कोरोना काल इन स्ट्रीट वेंडर के लिए एक बड़ा संकट लेकर आया. देश के हर वर्ग के कल्याण के लिए निरंतर विचार करने वाले पीएम मोदी ने स्ट्रीट वेंडर का आत्मसम्मान बढ़ाने, उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करने और रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए क्रांतिकारी पीएम स्वनिधि योजना का शुभारंभ किया.

बीते 3 साल में योजना ने सफलता की नई गाथा लिखी
आज हम योजना पर एक नजर डालें तो कई ऐतिहासिक उपलब्धि नजर आती हैं. आज इस योजना से 50 लाख स्ट्रीट वेंडर्स लाभान्वित हुए हैं. अब तक 8646 करोड़ रुपये के करीब 66 लाख ऋण वितरित किए जा चुके हैं.

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पीएम स्वनिधि योजना के अहम पहलू
I. एक वर्ष की अवधि के लिए बिना किसी गारंटी के 10 हजार रुपये तक की कार्यशील कैपिटल लोन की सुविधा प्रदान करना. समय पर इस लोन का रिपेमेंट करने पर 20 हजार रुपये, लोन की दूसरी और 50 हजार रुपये लोन की किश्त की सुविधा प्रदान करना.

II. प्रति वर्ष 7 प्रतिशत की दर से ब्याज सब्सिडी के माध्यम से नियमित रिपेमेंट को प्रोत्साहित करना; और

III. प्रति वर्ष 1,200 रुपये तक कैशबैक के माध्यम से डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करना.

पीएम स्वनिधि योजना के तहत, शुरुआत में 10 हजार रुपये तक का वर्किंग कैपिटल लोन देने की शुरुआत की गई थी. बाद में अधिक लोन की जरूरत देखते हुए 20 हजार रुपये तक का दूसरा लोन 9 अप्रैल 2021 से और 50 हजार रुपये तक का तीसरा लोन 1 जून 2022 से दिया जाने लगा.

इसकी सफलता ने पीएम मोदी की दूरदर्शी दृष्टिकोण को सशक्त किया
प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद से ही पीएम मोदी निर्धनों, समाज के वंचित वर्गों, महिलाओं के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत रहे हैं. 9 सितंबर, 2020 को मध्य प्रदेश के स्ट्रीट वेंडर्स के साथ बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कहा था- ऐसा पहली बार हुआ है कि लाखों स्ट्रीट वेंडर्स सीधे सिस्टम से जुड़े हैं ताकि उन्हें इसका लाभ मिलना शुरू हो सके. स्वनिधि योजना का उद्देश्य स्ट्रीट वेंडर्स को स्वरोजगार, स्वावलंबन और स्वाभिमान प्रदान करना है. इसके साथ ही पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर उज्ज्वला गैस योजना, आयुष्मान भारत योजना आदि की सुविधा भी देने की घोषणा की थी.

पीएम स्वनिधि योजना की अभूतपूर्व सफलता ने फिर से एक बात को सिद्ध किया है कि अगर समाज के किसी भी वर्ग के कल्याण के लिए दिल से प्रयास किए जाएं तो वो अवश्य सफल सिद्ध होते हैं. पीएम मोदी की योजना के प्रति लोगों के अपार समर्थन ने फिर से इस बात को सिद्ध किया है.

Tags: Opinion, PM Modi

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