Pahalgam Attackers Digital Footprints: पहलगाम हमला- आतंकियों के डिजिटल निशान कराची तक, कंट्रोल रूम का पर्दाफाश! निकल आया 26/11 कनेक्शन

Last Updated:April 26, 2025, 04:16 IST
Pahalgam Attackers Digital Footprints: पहलगाम हमले के डिजिटल निशान पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद और कराची तक जा रहे हैं. हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई. पर्यटकों के खून से सनी इस साजिश का रिमोट कंट्रोल पाकिस्तान मे…और पढ़ें
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के एक दिन बाद तैनात सेना के जवान. (फोटो PTI)
हाइलाइट्स
पहलगाम हमले के तार कराची और मुजफ्फराबाद से जुड़े.हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत हुई.पीएम मोदी ने आतंकियों को कड़ी चेतावनी दी.
Pahalgam Attackers Digital Footprints: पहलगाम में हुए खूनी तांडव के डिजिटल निशान पाकिस्तान के गहरे राज़ खोल रहे हैं. भारतीय खुफिया एजेंसियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है कि इस हमले के तार मुजफ्फराबाद और कराची के उन सुरक्षित ठिकानों तक जा रहे हैं. जहां से 26/11 जैसे हमलों को अंजाम दिया गया था. यानी, पर्यटकों के खून से सनी इस साजिश का रिमोट कंट्रोल पाकिस्तान में था.
कश्मीर में हुए इस निर्मम हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान ले ली गई. और अब जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. प्रारंभिक फोरेंसिक रिपोर्ट और बचे हुए लोगों के बयान बताते हैं कि पांचों हमलावर AK-सीरीज की राइफलों से लैस थे. वे एडवांस कम्युनिकेशन इक्विपमेंट का इस्तेमाल कर रहे थे और कुछ तो सेना की वर्दी में भी थे. ये उनके उच्च स्तर के प्रशिक्षण और आपसी तालमेल को दर्शाता है.
पढ़ें- जंग करनी हो तो… पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी अपनी ही सरकार की ले रहे मौज, खूब कर रहे हैं ट्रोल
मुजफ्फराबाद-कराची से कनेक्शनमनीकंट्रोल से एक खुफिया सूत्र ने कहा, “हमारे खुफिया इंटरसेप्ट्स पाकिस्तान में बैठे ऑपरेटिव्स से सीधे संपर्क का संकेत देते हैं. हमने डिजिटल निशान मुजफ्फराबाद और कराची के कुछ सुरक्षित ठिकानों तक खोजे हैं. ये लश्कर-ए-तैयबा के पिछले बड़े हमलों के लिए प्रमुख केंद्र रहे हैं, जिन्हें पाकिस्तानी सेना और ISI कंट्रोल सेंटर से नियंत्रित करते हैं.”
कश्मीर घाटी में 60 आतंकवादी एक्टिव पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकवादियों की पहचान हो चुकी है: आदिल हुसैन ठोकर, हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान और अली भाई उर्फ तल्हा भाई. पुलिस ने इन आतंकियों की जानकारी देने वालों के लिए 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. खुफिया अधिकारियों के मुताबिक, लगभग 60 उच्च प्रशिक्षित विदेशी आतंकवादी इस समय कश्मीर घाटी में सक्रिय हैं. इन्हें भारत में आतंकियों को सक्रिय करने और हमले को अंजाम देने का काम सौंपा गया है.
एक अन्य अधिकारी ने बताया, “दिसंबर 2024 और जनवरी 2025 में पाकिस्तान सेना और ISI ने नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के उच्च प्रशिक्षित आतंकवादियों की घुसपैठ में सक्रिय रूप से मदद की थी.”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवादियों और उनके आकाओं को कड़ी चेतावनी दी है. “दोस्तों, आज बिहार की धरती से मैं पूरी दुनिया से कहता हूं कि भारत हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा, उनका पीछा करेगा और उन्हें सजा देगा. हम उन्हें धरती के अंत तक पीछा करेंगे. भारत की आत्मा को आतंकवाद से कभी नहीं तोड़ा जा सकता. आतंकियों को बिना सजा नहीं छोड़ा जाएगा.” वहीं आज सुबह, गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की और उन्हें यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक भारत में रहने की तय सीमा से आगे न रहे.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 26, 2025, 04:16 IST
homenation
आतंकियों के डिजिटल निशान कराची तक, कंट्रोल रूम का पर्दाफाश! 26/11 कनेक्शन