Pakistan: पाकिस्तान में खुफिया एजेंसी ISI पर मचा बवाल, इधर सुप्रीम कोर्ट परेशान तो उधर इमरान खान ने मांग डाला चीफ जजों का इस्तीफा | Imran Khan demands resignation of Supreme Court and High Court judges

हाईकोर्ट के जजों ने की थी शिकायत
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के न्यायिक मामलों में हस्तक्षेप करने की लगातार शिकायत हाई कोर्ट के जज कर रहे थे जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने ये बयान जारी किया था। पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश (CJP) काजी फ़ैज़ ईसा ने बीते गुरुवार को भरी अदालत में कह दिया था कि जजों के मामलों में और न्यायिक कामकाज में “कार्यपालिका का हस्तक्षेप” बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले ने अब पूरे पाकिस्तान (Pakistan) में व्यापक चिंता पैदा कर दी है। इसे लेकर पाकिस्तान के चीफ जस्टिस ने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से मुलाकात की थी।
जल्द ISI को लेकर आ सकता है फैसला
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक चीफ जस्टिस और प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ (Shahbaz Sharif) के ये मुलाकात काफी अलग थी। जिससे ये कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही ISI को लेकर कुछ नए प्रावधान पाकिस्तान में जारी हो सकते हैं।
इमरान खान ने मांगा चीफ जजों का इस्तीफा
इधर इस मीटिंग के अगले दिन ही इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी PTI ने सुप्रीम कोर्ट और इस्लामाबाद हाई कोर्ट (IHC) के चीफ जजों का इस्तीफा मांग लिया। पार्टी का कहना कि ISI की दखलअंदाजी को रोकने में ये जज नाकाम रहे हैं इसलिए इन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। एक प्रेस कांफ्रेंस में PTI के प्रवक्ता रऊफ हसन ने आरोप लगाया कि चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान काजी फ़ैज़ ईसा और इस्लामाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सीजे आमिर फारूक ने कोर्ट के मामलों में ISI की दखअंदाजी के खिलाफ जजों की शिकायतों को नज़रअंदाज कर दिया और वो ISI को रोकने में नाकामयाब रहे हैं। इसलिए उन्हें अब अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
जजों और उनके परिवारों को कर रहे हैं टॉर्चर
इमरान खान ने हाईकोर्ट के 6 जजों के लिखे पत्र का हवाला दिया। जिसमें खुफिया तंत्र ISI पर न्यायिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया गया था। इसमें न्यायाधीशों पर उनके रिश्तेदारों के अपहरण और यातना और उनके घरों के अंदर नजरबंदी के जरिए दबाव बनाने की कोशिश करने जैसे संगी आरोप शामिल हैं।
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