Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि पर मीन राशि में शुक्र के साथ रहेंगे गुरु, हंस राजयोग बनेगा…ये है पूजा मुहूर्त
बाबा भोले की पूजा-अर्चना का पर्व महाशिवरात्रि अठारह फरवरी को मनाया जाएगा। हर साल महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाते हैं। जिलेभर में महाशिवरात्रि पर मेले लगेंगे। बिसाऊ में मूर्तिस्थल पर विशेष कार्यक्रम होंगे। रात्रि को जागरण होेंगे। शहरों से लेकर गांवों तक पर्व की तैयारियां शुरू हो गई है। शिवालयों को सजाया जा रहा है।
पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया कि महाशिवरात्रि पर गुरु भी स्व राशि मीन में होंगे। गुरु मीन राशि में उच्च के होते हैं। गुरु के मीन राशि में होने से हंस राजयोग भी बनेगा। नौकरी व कॅरियर की दृष्टि से यह स्थिति बेहद शुभ मानी जाती है। महाशिवरात्रि पर शुक्र भी मीन राशि में रहेंगे। इस प्रकार मीन राशि में शुक्र और गुरु के होने से यह स्थिति भी बेहद लाभदायक रहेगी। लेकिन मीन में गुरु उच्च के होते हैं। मीन में शुक्र के होने से मालव्य राजयोग बनेगा। जो कि बेहद शुभ माना जाता है
इस दौरान कुंभ में शनि अस्त अवस्था में रहेंगे। फलस्वरूप कुंभ राशि में विराजमान सूर्य का प्रभाव अधिक रहेगा। इससे कॅरियर और आर्थिक मामलों की दृष्टि से यह स्थिति बहुत ही बेहतर होगी। ऐसे शुभ योग में महाशिवरात्रि का व्रत रखने और शिवजी की पूजा करने से शनि के सभी दोष दूर हो सकते हैं।
महाशिवरात्रि पर कुंभ राशि में शनि और सूर्य
महाशिवरात्रि पर शनिवार दिन और शनि ग्रह भी अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान रहेंगे। यही नहीं 13 फरवरी को सूर्य भी कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस तरह महाशिवरात्रि पर पुत्र शनि के घर कुंभ में पिता-पुत्र यानी सूर्य और शनि का एक साथ रहना दुर्लभ योग बनेगा।
इसी दिन शनि प्रदोष
महा शिवरात्रि के दिन शनि प्रदोष भी रहेगा। भगवान शिव का अभिषेक, जल में काले तिल मिलाकर करें। ऐसा करते समय शिव पंचाक्षर मंत्र का जाप निरंतर करते रहें। इस वर्ष महा शिवरात्रि के दिन शनि देव को भी उपासना करें और साथ ही शिव चालीसा व शनि चालीसा का पाठ करें।
शनि प्रदोष व्रत पूजा समय – शाम 06.21 – रात 08.02
(18 फरवरी 2023)
सर्वार्थ सिद्धि योग – 18 फरवरी 2023, शाम 05:42 – 19 फरवरी 2023, सुबह 07:00
महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त
शिव पूजा निशिता काल मुहूर्त – देर रात्रि 12:15 – रात 01:06
प्रथम प्रहर – शाम 06.21 – रात 09.31
द्वितीय प्रहर – रात 09.31 – देर रात्रि 12.41
तृतीय प्रहर- देर रात्रि12.41 – देर रात्रि 03.51
चतुर्थ प्रहर – सुबह 03.51 – सुबह 07:00 (19 फरवरी )