Rajasthan
Palace On Wheel train run on track from October 12 | 12 अक्टूबर से पटरी पर दौड़ेगी शाही ट्रेन, पैलेस ऑन व्हील्स में एक रात का किराया है 55 हजार ₹
इससे पहले आठ अक्टूबर को शाम चार बजे दुर्गापुरा स्टेशन पर फेम टूर को सीएम अशोक गहलोत हरी झंडी दिखाएंगे। इसमें नामचीन ट्रैवल एजेंट, टूर ऑपरेटर, इन्वेस्टर्स शामिल होंगे। जयपुर से सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, बूंदी, अजमेर फेम टूर में शामिल किए गए हैं। पर्यटन निगम के एमडी वीपी सिंह, कार्यकारी निदेशक राकेश कुमार योगी ने बताया कि 12 अक्टूबर को दिल्ली से पहला आधिकारिक टूर शुरू होगा। पहले टूर के लिए 40 केबिन की बुकिंग हुई है। 19 अक्टूबर के टूर के लिए 9 केबिन और 26 अक्टूबर के टूर के लिए 47 केबिन बुक हुए हैं।

. देशी – विदेशी पर्यटकों के लिए 12 अक्टूबर से दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से सफर शुरू होगा।
. ट्रेन में यात्रा करने वाले 70 प्रतिशत पर्यटक यूरोप व अमेरिका के हैं।
. पांच सितारा होटलों जैसी सुविधाओं से परिपूर्ण ट्रेन में राजस्थान की कला एवं संस्कृति से पर्यटकों को रूबरू करवाया जाएगा
. इस शाही ट्रेन के रिफर्बिशमेंट कार्य में करीब करीब सवा करोड़ रुपए की लागत आई है।
. 28 सितंबर को ट्रेन का ट्रायल राउंड पूरा हुआ।
. पेंट्री में 30 से अधिक तरह के पकवान बनाए जाएंगे।
. गोल्डन और रेड थीम पर होंगे दो रेस्टोरेंट महाराजा और महारानी होंगे बेहद खास।
. कोरोना के चलते ट्रेन का संचालन नहीं हो सका था इसलिए अब इसे दोबारा संचालित किया जा रहा है।
. इस ट्रेन में एक बार में 82 पर्यटक यात्रा कर सकते हैं।

आरटीडीसी चेयरमेन धर्मेंद्र राठौड़ ने बताया कि भारतीय रेलवे व निगम के मध्य ओएंडएम मॉडल पर ट्रेन का संचालन होगा। इस ट्रेन का 2020 में आखिरी सफर हुआ था। ट्रेन में एक यात्री का एक रात का किराया 55 हजार रुपए निर्धारित है। ऑफ सीजन में इसमें छूट दी जाएगी। इसमें अधिकतम 1.54 लाख (कम से कम तीन दिन की बुकिंग) रुपए तक किराया है। बेवरेज (शराब-बीयर), लॉन्ड्री और स्पा के लिए अलग से चार्ज देना होगा। 5 साल तक के बच्चों के लिए कोई शुल्क नहीं है। जबकि 5 से 10 साल के आयु वर्ग के लिए आधा किराया लिया जाता है।

पैलेस ऑन व्हील्स की थीम बेहद खास है। इसे पटरियों पर दौड़ने वाला राजमहल भी कहा जाता है। शाही सुविधाओं से युक्त सुपर लग्जरी ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स को दुनिया की दूसरी लग्जरी यात्रा वाली ट्रेन होने का गौरव हासिल हो चुका है। राजसी सुविधाओं से भरपूर इस ट्रेन की शुुरुआत 26 जनवरी 1982 से हुई थी। 7 रात और 8 दिनों के इस सफर में ट्रेन में इस बार बूंदी, अजमेर को भी शामिल किया है। ट्रेन में 22 डिब्बे रहेंगे। इंटीरियर भव्य और राजस्थानी परिवेश का है। कुल 14 सैलुन प्रिंस ली स्टेट के नाम से रहेंगे। इनमें दो सुपर डीलक्स रूम झालावाड़ सैलून रहेगा। पूरी गाड़ी में 39 डीलक्स रूम हैं। राकेश कुमार योगी ने बताया कि हर यात्री को उसका पसंदीदा भोजन मिलेगा । राजस्थानी, इटालियन सहित अन्य डिशेज होगी। केरसांगरी की सब्जी, बाजरे की रोटी सहित अन्य खास मैन्यू यहां निर्धारित रहेगा। इसके साथ ही बिना लहसून, प्याज के खाने की अलग से व्यवस्था रहेगी। डायबिटीज सहित अन्य बीमारियों वाले मरीजों को उनके डाइट के हिसाब से खाना परोसा जाएगा।

-धर्मेंद्र राठौड़, चेयरमैन आरटीडीसी 
