‘दलदल में फंसना नहीं है’, परेश रावल ने ‘बाबू राव’ को बताया गले का फंदा, अपने पॉपलुर रोल पर क्यों उखड़े एक्टर?

Last Updated:April 28, 2025, 12:26 IST
Hera Pheri Role Babu Rao: परेश रावल ने बताया कि वह ‘हेरा फेरी’ सीक्वल्स में बार-बार बाबू राव का किरदार निभाकर थक चुके हैं, क्योंकि उसमें कुछ नया करने के लिए नहीं है. साथ ही खुलासा किया कि उन्होंने ‘फिर हेरा फेर…और पढ़ें
परेश रावल ने बताया कि वह मजबूरी में ‘हेरा फेरी 3’
फिल्म कर रहे हैं.
हाइलाइट्स
परेश रावल बाबू राव का किरदार निभाने से थक चुके हैं.उन्होंने इस रोल को ‘गले का फंदा’ बताया.मजबूरी में ‘हेरा फेरी 3’ फिल्म में कर रहे काम.
नई दिल्ली. ‘हेरा फेरी’ बॉलीवुड की पॉपुलर फ्रेंचाइजी में से एक है. इसमें अक्षय कुमार, परेश रावल और सुनील शेट्टी की तिकड़ी ने कमाल का काम किया. इसकी दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफल हुईं. अब फैंस को ‘हेरा फेरी 3’ का बेसब्री से इंतजार है. इस बीच परेश रावल ने कहा कि वह बाबू राव के किरदार से थक चुके हैं. उनका कहना है कि बार-बार बाबू राव का किरदार निभाना बहुत थकाऊ हो गया है. परेश रावल ने इस रोल को ‘गले का फंदा’ तक बता दिया.
The Lallantop के साथ बातचीत के दौरान परेश रावल ने कहा, ‘हेरा फेरी में मेरा रोल गले का फंदा है. मैं आपको बताऊंगा तो बड़ा ताज्जुब होगा, क्योंकि मैंने अभी ये बात किसी को बताई नहीं है. मैं साल 2007 में विशाल भारद्वाज जी के पास गया था. 2006 में दूसरा पार्ट रिलीज हो गया था. मैंने कहा कि मुझे इमेज से छुटकारा पाना है. सेम गेटअप में अलग रोल आप ही दे सकते हैं मुझे. अभी क्या हो गया कि जो भी मेरे पास आता है कि उसके दिमाग में सिर्फ हेरा फेरी है.’
दलदल में फंसना नहीं चाहते परेश रावलउन्होंने आगे कहा, ‘मैं तो एक्टर हूं यार. मुझे फंसना नहीं है ऐसे दलदल में. लेकिन विशाल ने मुझसे कहा कि मैं कैरेक्टर्स का रीमेक नहीं करता हूं. फिर मैं साल 2022 में आर बाल्की के पास गया. मैंने उनसे कहा कि कुछ करिए, इसी गेटअप मुझे कोई दूसरा कैरेक्टर दीजिए. मैंने उनसे कहा कि मेरा दम घुट रहा है. खुशी तो होती है, लेकिन ये बांधने वाली चीज है. इससे मुक्ति चाहिए. ये बहुत गंदा है.’
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अपने किरदार को लेकर नहीं हो रही खुशी परेश रावल ने फिल्मों के सीक्वल्स के बारे में अपनी राय बताई. उन्होंने कहा कि ज्यादातर सीक्वल्स बस वही चीज दोहराते हैं. उन्होंने कहा, ‘जब आप सीक्वल्स पर सीक्वल्स बनाते हैं, तो आप वही चीज करते हैं. जैसे लगे रहो मुन्ना भाई, मुन्ना भाई एमबीबीएस से अलग थी, जहां आप किरदारों को एक अलग दिशा में लेकर जाते हैं. हर कोई सीक्वल्स से कमाई करना चाहता है, लेकिन उस किरदार के साथ कुछ अलग क्यों नहीं करते, जिस कैरेक्टर की 500 करोड़ रुपये वाली गुडविल है. क्यों न इसके साथ उड़ान भरा जाए? लेकिन पता नहीं कि मानसिक दिवालियापन या मानसिक आलस है. मैं सीक्वल कर रहा हूं, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि फिल्म अटक जाए, लेकिन इसमें मुझे कोई खुशी नहीं है.’
कल्ट क्लासिक कहलाई हेरा फेरी फिल्मबताते चलें कि ‘हेरा फेरी’ बॉलीवुड की सबसे पसंदीदा कॉमेडी फ्रेंचाइजी में से एक है. इसकी पहली फिल्म साल 2000 में रिलीज हुई, जिसे प्रियदर्शन ने डायरेक्ट किया था. मजेदार कहानी, यादगार डायलॉग्स और आइकॉनिक किरदारों के कारण यह फिल्म कल्ट क्लासिक बन गई. खासकर परेश रावल के किरदार बाबू राव ने ऑडियंस के दिलों को जीत लिया था. साल 2006 में इसका सीक्वल ‘फिर हेरा फेरी’ आया था और यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ी कामयाब रही.
First Published :
April 28, 2025, 12:26 IST
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‘दलदल में फंसना नहीं चाहता’, परेश रावल ने ‘बाबू राव’ को बताया गले का फंदा