Patients will get allopathy and ayurvedic treatment under one roof by integrated center in all aiims and delhi hospitals

नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में सिर्फ एनसीआर से ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों में बेहद गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज भी इलाज कराने आते हैं. दिल्ली में बेहतरीन अस्पताल मौजूद हैं. यहां के डॉक्टर, आधुनिक मशीनरी और अच्छे इलाज के चलते ही यहां मरीजों की भारी भीड़ भी रहती है. इसी कड़ी में अब केंद्र सरकार ने सबसे बड़े सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) में विशेष सुविधा शुरू की है, जिससे मरीजों को अब ऐलोपैथी यानि मॉडर्न साइंस और आयुर्वेद की सुविधा एक छत के नीचे यानि एक ही अस्पताल के अंदर मिल जाएगी. मरीज की बीमारी का इलाज ऐलोपैथी के डॉक्टर और आयुर्वेदिक चिकित्सक एक साथ मिलकर कर पाएंगे. इससे गंभीर रोगियों को बड़ा फायदा मिलने वाला है.
हाल ही में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में एकीकृत चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन किया है. वहीं दिल्ली एम्स और अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान मिलकर रिसर्च और अनुसंधान करने के लिए भी समझौता किया है.
मरीजों को ऐसे मिलेगा इलाज
आपके शहर से (दिल्ली-एनसीआर)
इस बारे में सफदरजंग अस्पताल के रेस्पिरेटरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. नीरज गुप्ता कहते हैं कि यह बेहतरीन पहल है. इंटीग्रेटेड सेंटर के माध्यम से अब रोगियों को आयुर्वेद (Ayurveda) और एलोपैथी (Allopathy) दोनों का इलाज एक साथ मिल सकेगा. उदाहरण के लिए अगर कोई मरीज सफदरजंग अस्पताल में आता है, उसे डायबिटीज (Diabetes) या अन्य कोई ऐसी बीमारी है जिसका इलाज ऐलोपैथी के बजाय आयुर्वेद में ज्यादा अच्छा है तो डॉक्टर उसे आयुर्वेद की ओर भेज देंगे. वहीं अगर आयुर्वेदिक इलाज ले रहे किसी मरीज को अगर सर्जरी या अन्य किसी एलोपैथिक ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है तो उसे तत्काल मॉडर्न साइंस के डॉक्टरों के पास भेज दिया जाएगा. इस प्रकार मरीज को दोनों प्रकार से ट्रीट किया जा सकेगा. वहीं डॉक्टर भी मिलकर इलाज करेंगे.
देश के सभी एम्स में बनेंगे ये केंद्र
केंद्रीय मंत्री मंडाविया ने कहा कि आने वाले दिनों में आयुष (Ayush) और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय दोनों मिलकर देश के सभी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों में एकीकृत चिकित्सा के लिए एक अलग विभाग बनाने और अनुसंधान की व्यवस्था करने के लिए काम कर रहे हैं. यह एक बड़ी उपलब्धि होगी. ऐसे में बीमारी को दूर रखने वाली आयुर्वेदिक और बीमारी को दूर करने वाली ऐलोपैथी दोनों विचारधाराएं साथ काम करेंगी. स्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ समाज का निर्माण होता है और स्वस्थ समाज से ही महान राष्ट्र का निर्माण होता है.
सफदरजंग में इलाज के साथ पंचकर्म और योग
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) की निदेशक प्रोफेसर तनुजा मनोज नेसारी ने कहा कि चिकित्सा का भविष्य एकीकरण में है और सफदरजंग अस्पताल में पंचकर्म, योग, जीवन शैली और संबंधित बुनियादी ढांचे जैसे कई उपचार उपलब्ध हैं, जो अब तक 6000 रोगियों को लाभान्वित कर भी चुके हैं.
सफदरजंग में इंटीग्रेटेड केंद्र को लेकर डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि केंद्र सरकार सभी चिकित्सा महाविद्यालयों और अस्पतालों में एकीकृत चिकित्सा के लिए एक अलग खंड स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है, जो आधुनिक उपचार के साथ पारंपरिक चिकित्सा को जोड़ती है. सरकार ने ध्यान, योग और सभी पहलुओं तथा गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले मंचों पर 1,50,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित किए हैं.
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Tags: AIIMS, Ayurveda Doctors, Health News
FIRST PUBLISHED : February 17, 2023, 15:08 IST