पाली में गर्मी से बेहाल लोग, जवाई बांध से रोजाना उड़ रहा 7 करोड़ लीटर पानी, जानें कैसे

पाली में बढती गर्मी के बीच जहां लोगो के पसीने छूट रहे है. वही पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जवाई बांध से हजारो नही बल्कि करोडो लीटर पानी हवा में उड रहा है. जिसको जलदाय विभाग की भाषा में वाष्पीकरण कहते है. पाली पिछले हफ्ते से पारा 40 पार जाते ही जवाई बांध से वाष्पीकरण भी बढ़ गया है. अप्रैल में ही वाष्पीकरण 2.5 एमसीएफटी पहुंच गया है.
यानी करीब 7 करोड़ लीटर रोज का. यह जलापूर्ति के लिए रोज उठने वाले पानी एक चौथाई है. क्योंकि 10 शहरों व 780 गांवों के लिए जलदाय विभाग अभी 9 एमसीएफटी पानी रोज ले रहा है. इतने वाष्पीकरण की वजह जवाई बांध का फैलाव अधिक होना है. जलदाय विभाग के एक्सईएन कान सिंह राणावत के मुताबिक वाष्षीकरण का यह दौर मई में 3 एमसीएफटी से अधिक पहुंच जाएगा.
बढता तापमान अच्छे मानसून का संकेतगर्मी के सीजन में 70 से 75 दिनों तक अगर तापमान 40 से 45 डिग्री तक रहता है तो यह अच्छे मानसून के लिए प्रभावी संकेत है. तापमान में दबाव व गर्म हवा से मानसून की बारिश को खींचकर वर्षा करवाने के लिए बेहतर माना जाता है. जिस साल गर्मी में लू अधिक चलती है या धूलभरी आंधियां अधिक चलती है उस साल मानसून भी अच्छा रहता है. ऐसे में जिले में यह दौर शुरू भी हो गया है. सबसे राहत की बात यह कि पेयजल को लेकर किसी भी प्रकार के संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा. मारवाड़-गोडवाड़ में 80 से अधिक दिनों तक गर्मी रहती है. जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के पहले वीक में मानसून आ सकता है.
जाने बांधो में पानी की स्थितिजवाई बांध : अभी जवाई बांध में 26 फीट पानी उपलब्ध है, यानी की 1620 एमसीएफटी पानी है, इसमें से 1120 लाइव स्टोरेज पानी है, इसके बाद 500 एमसीएफटी पानी डेड स्टोरेज का भी है.
हेमावास बांध : शहर के प्यास बुझाने के लिए इस बार अभी तक हेमावास से भी पानी ले रहे हैं. बांध में अभी 16.75 फीट यानी की 296.76 एमसीएफटी पानी उपलब्ध है. इसमें से 270 एमसीएफटी पानी लाइव स्टोरेज है.
दोनो बांधो में प्यास बुझाने के लिए पर्याप्त पानीदोनों ही बांधों के पानी को मिलाकर जिलेभर के लिए पेयजल के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है. सितंबर के बाद अगर मानसून की बारिश नहीं होती है तो डेड स्टोरेज का पानी लिया जाएगा. जिसे अगले कुछ दिनों तक यह राहत मिल सकेगी.
किस महीने कितना डता है पानी{अप्रैल 2.5, मई में 3 व जून में वापस 2.5 से 3 एमसीएफटी पानी उड़ता है
{अप्रैल : 15 दिन : 38 से 42 डिग्री : 2.5 एमसीएफटी पानी रोजाना उड़ता है
{मई : 31 दिन : 40 से 43 डिग्री : 3 एमसीएफटी पानी रोजाना उड़ता है
{जून : 30 जून : 42 से 45 डिग्री : 2.5 से 3 एमसीएफटी पानी रोजाना उड़ता है