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Jaisalmer Bus Tragedy: 20 घंटे में पूरा हुआ 19 शवों का डीएनए मिलान, जांच में खुला बड़ा राज, दो अफसर सस्पेंड

Last Updated:October 16, 2025, 10:20 IST

Jaisalmer Bus Tragedy: जोधपुर में जैसलमेर बस हादसे के 19 झुलसे शवों के डीएनए मिलान का कार्य मात्र 20 घंटे में पूरा हो गया. हादसे में 21 लोगों की मौत हुई थी. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि बस को नॉन-एसी के रूप में रजिस्टर्ड कर अवैध रूप से एसी में मॉडिफाई किया गया था, जिससे सुरक्षा मानकों का घोर उल्लंघन हुआ. परिवहन विभाग ने लापरवाह अधिकारियों को निलंबित किया है, जबकि एसीबी ने भी जांच शुरू कर दी है.

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जैसलमेर बस हादसे के बाद सख्त हुई सरकार, दो अफसर सस्पेंड, ACB जांच शुरूजैसलमेर बस अग्निकांड के मृतकों का डीएनए जांच हुआ पूरा

जोधपुर. राजस्थान के जैसलमेर में 14 अक्टूबर को हुई भयानक एसी बस आग दुर्घटना में 21 लोगों की मौत के बाद जोधपुर में डीएनए मिलान का काम मात्र 20 घंटों में पूरा हो गया. सभी 19 झुलसे शवों के डीएनए का सफलतापूर्वक मिलान कर लिया गया है. दो शवों को पहले ही परिजनों को सौंप दिया गया था, जबकि शेष 10 एआईआईएमएस मोर्चरी और 9 महात्मा गांधी अस्पताल मोर्चरी में रखे शवों को अब सुपुर्द किया जा रहा है. जोधपुर, जयपुर और बीकानेर की डीएनए विशेषज्ञ टीमों ने संयुक्त रूप से इस जटिल कार्य को अंजाम दिया.

हादसा जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर थैयत गांव के पास हुआ था, जहां प्राइवेट स्लीपर बस में शॉर्ट सर्किट से आग लगी और एसी कंप्रेसर ब्लास्ट ने डीजल-गैस को भड़काया. बस का एकमात्र दरवाजा जाम होने से यात्री फंस गए और आग ने मिनटों में सब कुछ लील लिया. मृतकों में 8 से 79 वर्ष के लोग शामिल हैं, जिनमें पत्रकार राजेंद्र चौहान और एक 8 वर्षीय बच्चा भी थे. 16 घायल अभी जोधपुर के अस्पतालों में भर्ती हैं, चार वेंटिलेटर पर हैं.

नॉन-एसी के रूप में रजिस्टर्ड हुई थी बस

इस हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है और मृतक के परिजनों को  2-2 लाख की सहायता देने की घोषणा की  है. वहीं सीएम भजनलाल शर्मा ने 5 लाख अनुदान और मुफ्त इलाज का ऐलान किया है. प्रारंभिक जांच में पाया गया कि बस चित्तौड़गढ़ जिले में 1 अक्टूबर को नॉन-एसी के रूप में रजिस्टर्ड हुई थी, लेकिन मालिक ने चार महीने पुरानी बस को एसी में मोडिफाई करवा लिया. मोडिफिकेशन के दौरान सीटें बढ़ाने को इमरजेंसी गेट तक बंद कर दिया गया, जो बस बॉडी कोड का घोर उल्लंघन था. बस को 14 अक्टूबर को ही रोड पर उतारा गया और उसी दिन हादसा हो गया. इस लापरवाही पर परिवहन विभाग ने चित्तौड़गढ़ के कार्यवाहक डीटीओ सुरेंद्र सिंह गहलोत और सहायक प्रशासनिक अधिकारी चुन्नीलाल को निलंबित कर दिया. दोनों ही अधिकारियों ने फिटनेस चेक के दौरान उल्लंघनों को नजरअंदाज किया था.

एसीबी ने भी शुरू कर दी है जांच 

जैसलमेर में हुए बस हादसे की जांच एसीबी ने भी जांच शुरू की है, जिसमें अधिकारियों की मिलीभगत की पड़ताल होगी. जैसलमेर सदर थाने में पहली एफआईआर दर्ज हो चुकी है, जिसमें बस मालिक और ड्राइवर पर लापरवाही का आरोप है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए परिवहन अधिकारियों को पूरे प्रदेश में बसों की बस बोर्ड नियमावली के अनुसार सघन जांच के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि यह हृदयविदारक घटना है. राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है. मजिस्ट्रेट जांच चल रही है, जिसमें अवैध मोडिफिकेशन और सेफ्टी उल्लंघनों पर फोकस है. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भी जांच की मांग की है. परिजन मोर्चरियों पर आंसुओं से तरबतर हैं. एक परिजन बोले कि डीएनए मिलान से कुछ राहत मिली, लेकिन खोए अपनों का दर्द कभी नहीं मिटेगा.

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दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें

दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट… और पढ़ें

Location :

Jodhpur,Rajasthan

First Published :

October 16, 2025, 10:20 IST

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जैसलमेर बस हादसे के बाद सख्त हुई सरकार, दो अफसर सस्पेंड, ACB जांच शुरू

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