Pilot And Gehlot Reached Vallabhnagar And Dhariyavad By Helicopter – वल्लभनगर में पायलट बने गहलोत के सारथी, कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मंत्र

-जयपुर से गहलोत, माकन, पायलट और डोटासरा हैलिकॉप्टर से एक साथ हुए रवाना, वल्लभनगर और धरियावद में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में की जनसभाएं, वल्लभनगर में पायलट ने खुद चलाई गाड़ी, गहलोत बैठे फ्रंट सीट पर

जयपुर। पिछले डेढ़ साल से सचिन पायलट कैंप और गहलोत कैंप के बीच अक्सर बयानबाजी देखने को मिलती रही है। दोनों ही खेमों से जुड़े नेता एक-दूसरे पर शब्द बाण छोड़ने से परहेज नहीं करते, लेकिन शुक्रवार को एक ऐसा भी मौका आया जब शुक्रवार को लंबे समय के बाद सचिन पायलट और अशोक गहलोत एक साथ वल्लभनगर और धरियावद में चुनावी जनसभाएं करने गए और एक साथ ही जयपुर लौटे।
दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी अजय माकन लंबे समय के बाद एक साथ जयपुर एयरपोर्ट के स्टेट हैंगर से हैलिकॉप्टर के जरिए पहले वल्लभनगर और उसके बाद धरियावद पहुंचे। इससे पहले चारों नेता 30 मार्च को एक साथ तीन सीटों सहाड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ में हुए उपचुनाव में जनसभाओं को संबोधित करने गए थे।
पायलट बने गहलोत के सारथी
वहीं जहां चारों नेता एक साथ शुक्रवार को सुबह 9.15 बजे जयपुर एयरपोर्ट से हैलिकॉप्टर के द्वारा वल्लभनगर को रवाना हुए तकरीबन 11 बजे हैलिकॉप्टर वल्लभनगर के हेलीपैड पर पहुंचा। जहां सभा स्थल तक पहुंचने के लिए एक गाड़ी मंगाई गई।
प्रदेश प्रभारी अजय माकन और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा गाड़ी की पिछली सीट पर जाकर बैठ गए और मुख्य़मंत्री अशोक गहलोत गाड़ी की फ्रंट सीट पर बैठ गए तो फिर सचिन पायलट ने खुद ड्राइवर सीट पर बैठकर गाड़ी का स्टेयरिंग संभाला और सभा स्थल तक गाड़ी चलाकर लेकर गए।
जहां चारों नेताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रीति शक्तावत के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने का मंत्र दिया।
इसके बाद चारों नेता हैलिकॉप्टर से धरियावद पहुंचे और वहां भी कांग्रेस प्रत्याशी नगराज मीणा के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाने का आह्वान किया, जिसके बाद चारों नेता दोपहर 2.20 बजे हैलिकॉप्टर से जयपुर के लिए रवाना हुए और शाम को 4:30 बजे जयपुर के स्टेट हैंगर पहुंचे। इधर लंबे समय के बाद मुख्यमंत्री गहलोत और सचिन पायलट के एक मंच पर आने को संबंधों में कड़वाहट कम करने के तौर पर भी देखा जा रहा है।