पीएम कुसुम योजना है किसानों के लिए वरदान, 60 फीसदी मिल रही सब्सिडी, ऐसे करें आवेदन-PM Kusum Yojana is a boon for farmers, 60 percent subsidy is available, apply like this
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बाड़मेर. कुसुम योजना के साथ किसानों के लिए सौर ऊर्जा पंप संयंत्र लगाना अब और भी आकर्षक हो गया है. सरकार की 60 फीसदी अनुदान योजना के साथ आप अपने खेतों में सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करके अपने खर्चों में कटौती कर सकते हैं और अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं.
बाड़मेर कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डा. आर.बी. सिंह के मुताबिक कृषि विद्युत कनेक्शन के अभाव में डीजल इंजन चलित पंप से खेतों में सिंचाई कर रहे किसानों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है. बिजली कटौती एवं कृषि कनेक्शन में होने वाली देरी से छुटकारा पाने के साथ केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से दिए जा रहे अनुदान का लाभ उठाते हुए सौर ऊर्जा पंप संयंत्र लगाने का मौका किसानों को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि पीएम कुसुम कम्पोनेन्ट बी के तहत किसानों को 3, 5 एवं 7.5 हॉर्स पावर क्षमता के सौर ऊर्जा पंप संयंत्र लगाने पर 60 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है.
बाड़मेर में 600 सौर ऊर्जा सयंत्र होंगे स्थापितइसमें 30 प्रतिशत अनुदान केन्द्रीय मद से एवं 30 प्रतिशत राज्य मद से हैं. अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के किसानों को राज्य मद से 45 हजार रुपए प्रति किसान प्रति संयंत्र अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा. पंप संयंत्र की कुल लागत की 40 प्रतिशत राशि किसान की ओर से स्वयं वहन की जाती है. पीएम कुसुम योजना कंपोनेंट-बी के तहत वर्ष 2024-25 के लिए बाड़मेर जिले को 600 सौर ऊर्जा पंप संयंत्र का लक्ष्य आवंटन किया गया है.
किसान ऐसे करे आवेदनसौर ऊर्जा पंप संयंत्र के लिए किसान राज किसान साथी पोर्टल पर ई-मित्र या स्वयं की एसएसओ आईडी से आवेदन कर सकते है. पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों की ऑनलाइन छंटनी जिला कार्यालय स्तर पर करते हुए तकनीकी सर्वे के लिए आवेदन संबधित फर्म को भेजा जाएगा. फर्म की ओर से किसान के जल स्त्रोत का तकनीकी सर्वे कर सर्वे रिपोर्ट एवं संयंत्र का कोटेशन पोर्टल पर अंकित कर उद्यान विभाग के जिला कार्यालय को ऑनलाइन प्रस्तुत किया जाएगा. कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डा. आर. बी. सिंह ने बताया कि जिला कार्यालय स्तर से किसान की ऑनलाइन प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जाएगी.
यह दस्तावेज होंगे मान्यऑनलाइन आवेदन से पहले किसान सुनिश्चित करें कि उनके पास जनाधार कार्ड, भूमि की जमाबंदी या पासबुक की प्रतिलिपि (भू-स्वामित्व), सिंचाई जल स्त्रोत उपलब्धता एवं विद्युत कनेक्शन नहीं होने का शपथ ऑनलाइन स्वघोषित उपलब्ध होना चाहिए.
योजना की पात्रतालघु एवं सीमान्त किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी. किसान के पास न्यूनतम 0.4 हेक्टेयर भूमि का भू-स्वामित्व होना आवश्यक है. अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति किसानों के पास 3 एवं 5 एचपी क्षमता के पंप संयंत्र के लिए 0.2 हेक्टेयर भूमि का स्वामित्व होना आवश्यक है. विद्युत कनेक्शन विहिन किसान जिनके भू-स्वामित्व में सिंचाई के लिए जल संग्रहण ढांचा, डिग्गी, फार्म पौण्ड एवं जलहौज निर्मित हों उन्हें शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा. जिन किसानों के पास पहले से कृषि विद्युत कनेक्शन है या सौर ऊर्जा पंप संयंत्र परियोजना के तहत पहले अनुदान प्राप्त कर लिया है वे इस योजना के तहत पात्र नहीं होंगे.
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FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 23:15 IST