Prashasan Shaharon Ke Sang Abhiyan Preparatory Camp Patta Abhiyan – प्रशासन शहरों के संग अभियान में कैसे मिलेंगे पट्टे, दोनों निगम में आवेदनों का टोटा

प्रशासन शहरों के संग अभियान को लेकर जयपुर के दोनों नगर निगम में तैयारी कैम्प लगाए गए थे। मगर दोनों ही जगहों पर उम्मीद के मुताबिक आवेदन कम मिले, जिसके चलते अभियान के दौरान तय लक्ष्य के अनुसार पट्टा देने पर संशय के बादल छा गए हैं।

जयपुर।
प्रशासन शहरों के संग अभियान को लेकर जयपुर के दोनों नगर निगम में तैयारी कैम्प लगाए गए थे। मगर दोनों ही जगहों पर उम्मीद के मुताबिक आवेदन कम मिले, जिसके चलते अभियान के दौरान तय लक्ष्य के अनुसार पट्टा देने पर संशय के बादल छा गए हैं।
दरअसल दोनों ही निगम ने अभियान के पहले दिन 2 अक्टूबर को 2500 पट्टे देने का लक्ष्य रखा है, लेकिन दोनों ही निगम में करीब 2500 ही आवेदन तैयारी कैम्प के दौरान मिले हैं। इनमें हैरिटेज नगर निगम में करीब 1300 और ग्रेटर नगर निगम में करीब 1200 आवेदन प्राप्त हुए हैं। ऐसे में पहले दिन तय संख्या के अनुसार पट्टा देने में दोनों ही निगम को पसीना आने वाला है।
हर आवेदन में कमी-खामी
निगम के पास जो आवेदन आए हैं, उनमें ज्यादातर मामलों में बहुत ज्यादा कमियां हैं। किसी के पास मालिकाना हक को लेकर दस्तावेज नहीं है तो किसी के पास मौके पर रहने को लेकर कई तरह के दस्तावेजों की कमी है। ज्यादातर जगहों पर निगम ने अपना गृहकर और यूडी टैक्स बकाया है। वहीं कई मामलों में लीज राशि जमा नहीं हो सकी है। ऐसे में ये प्रोसेसिंग पूरा करने में ही लंबा समय चाहिए।
25 हजार पट्टे कैसे देंगे
दोनों नगर निगम ने अभियान में 25 हजार पट्टे देने का लक्ष्य रखा है। मगर जिस हिसाब से आवेदन मिले हैं, उससे साफ है कि तय लक्ष्य के अनुसार पट्टा देना मुश्किल है। निगम कर्मचारियों की ढुलमुल प्रवृत्ति की वजह से भी इस लक्ष्य को प्राप्त करना दोनों निगम के लिए आसान नहीं है।