Rajasthan Assembly by Election Upchunav 2024 Dausa independent candidate wipra goyal setup milk factory in every village

दौसा. राजस्थान में विधानसभ उपचुनाव को लेकर सरगमर्मी तेज हो गई है. प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए गांव-गांव दौरा कर रहे हैं. वहीं तमाम बड़ी पार्टियों के नेता भी वोटरों को लुभाने में लगे हुए हैं. राजस्थान के दौसा विधानसभा पर सबकी निगाहें टिकी हुई है. यहां निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी ताल ठोक दिया है. जिससे मुकबला दिलचस्प सा प्रतीत हो रहा है. सभी प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे हैं. वहीं दौसा से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे विप्र गोयल अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं.
हर गांव में लगेगी दूध की फैक्ट्री
निर्दलीय प्रत्याशी विप्र गोयल ने लोकल 18 को बताया कि 2 साल से छारेड़ा ग्राम पंचायत में विकास के कार्यों को लेकर कार्यरत था. जब पता चला कि दोसा के ग्रामीण इलाकों में सिंचाई की बहुत कमी है.इस पर काम करना शुरू कर दिया. पूर्वी नहर नदी योजना ईआरसीपी आने से पहले अगले साल ही आ जाएगी. हर खेत को सालोभर पानी मिले और लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा. साथ ही घरेलू बिजली के साथ-साथ किसानों को खेत पर भी बिजली मिले, इसका भी हरसंभव प्रयास किया जाएगा. उन्होंने बताया कि दौसा में बेरोजगारी दर अधिक है, इसको भी पाटने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही बताया कि दौसा में ही तहसील स्तर पर खाद्य प्रसंकरण और दूध की फैक्ट्री की स्थापना करवाने का भी प्रयरस रहेगा. इससे किसान अपने प्रोडक्ट को अमेरिका और दुबई सहित अन्य देश को सीधे भेज पाएंगे. इससे आर्थिक विकास का राह प्रशस्त होगा और बेरोजगारों को रोजगार भी उपलब्ध हो जाएगा.
शिक्षा के लिए होने चाहिए बेहतर कार्य
निर्दलीय प्रत्याशी विप्र गोयल ने बताया कि जब वह विधायक बनने के लिए लोगों से वोट मांग रहे हैं तो उनके शिक्षा स्तर को भी सुधारने का प्रयास करेंगे. शिक्षा बड़ा स्तंभ है और आने वाली पीढियां के लिए भी कार्य करना है. दो साल के संघर्ष के दौरान शिक्षा मुख्य विषय उभरकर सामने आया था. इसलिए, इसपर विशेष फोकस रहेगा. शिक्षा विभाग के चल रहे योजना का बजट क्या है, उस आधार पर काम को आगे बढ़ाया जाएगा. पर्यावरण संरक्षण की दिशा में लाेगों को जागरूक कर काम किया जाएगा. उन्होंने बताया कि विभिन्न योजनाओं के बजट का सिर्फ दुरूपयोग हो रहा है, इसके सदुपयोग का हरसंभव प्रयास रहेगा. विधायक चुनकर आते हैं तो नामावली के अनुसार सटीक स्थान पर सही तरीके से उसे बजट को लगा सकेंगे. गांव का बच्चा गांव को छोड़कर नहीं जाएगा. सारी व्यवस्था गांव में ही मिलेगी.
जातिगत राजनीति बड़ी समस्या
निर्दलीय प्रत्याशी विप्र गोयल ने बताया कि दौसा में जब भी चुनाव होते हैं तो जातिगत आधार पर चुनाव लड़े जाते हैं. जातिगत राजनीति दोसा के विकास में बड़ा अवरोधक का काम कर रहा है. इस समस्या से निजात पाने के लिए किसी एक को तो कोशिश करनी थी. एक टीम बनाकर इसकी शरूआत कर दी है. उन्होंने बताया कि गांव-गांव में टीम बनी हुई है और टीम के द्वारा गांव-गांव में पहुंचकर लोगों को जागरूकर करेंगे कि जातिगत समस्या से निजात पाना है तो निर्दलीय प्रत्याशी को जीताना जरूरी है.
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FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 10:08 IST