Rajasthan

पाली: सोजत की हर्बल मेहंदी को मिला जीआई टैग, वैश्विक बाजार में बढ़ा सम्मान

हेमंत लालवानी/ पाली: महिलाओं के सोलह श्रृंगार में शामिल मेहंदी का सुर्ख लाल रंग उनकी खूबसूरती को और भी निखार देता है. इस रंग के लिए खासतौर पर मशहूर है सोजत की हर्बल मेहंदी, जिसकी गुणवत्ता की दुनिया कायल है. राजस्थान के पाली जिले के सोजत और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 60 हजार हेक्टेयर भूमि पर मेहंदी की पैदावार होती है. अब सोजतवासियों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी है, सोजत की मेहंदी को भारत सरकार के भौगोलिक उपदर्शन रजिस्ट्रार से जीआई (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) टैग मिल गया है. यह टैग सोजत की मेहंदी को विश्वभर में भरोसे के साथ बेचने की मान्यता देगा. राजस्थान का यह 16वां उत्पाद है जिसे यह टैग मिला है, जिससे अब सोजत की मेहंदी बिना मिलावट के अधिक सुर्ख और विश्वसनीय बन सकेगी.

सोजत का विश्व में बढ़ता सम्मानभारत सरकार के रजिस्ट्रार भौगोलिक उपदर्शन का कार्यालय चेन्नई में स्थित है. सोजत की मेहंदी का ‘लॉसन’ कंटेंट (रंग निकालने वाला घटक) दुनिया के अन्य मेहंदी उत्पादों से सर्वाधिक है, जिसके कारण यह मेहंदी विश्वप्रसिद्ध है. इस जीआई टैग के मिलने से सोजत की पहचान और बढ़ेगी और यहां के मेहंदी व्यापारियों का मान विश्वभर में ऊंचा होगा.

सालाना उत्पादन और रोजगार– सालाना उत्पादन: 35,000 मेट्रिक टन मेहंदी पाउडर– उद्योग: 250 सूक्ष्म और लघु उद्योग संचालित– रोजगार: 10,000 से अधिक किसानों और श्रमिकों को रोजगार

जीआई टैग कैसे मिला?आईआईटी खड़गपुर के छात्र पंकज त्यागी ने 2017 में सोजत की मेहंदी के लिए जीआई टैग दिलाने की ठानी. अजमेर के निवासी त्यागी ने एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की और सोजत आकर किसानों और व्यापारियों से मिले. करीब सवा साल की मेहनत के बाद उन्होंने मेहंदी की ऐतिहासिक पहचान को दर्ज किया. उद्यमियों को जीआई टैग के फायदों से अवगत कराया और उन्हें आवेदन के लिए प्रेरित किया. अब पंकज त्यागी को खुशी है कि उनकी मेहनत रंग लाई है.

जीआई टैग के फायदे– उत्पाद की गुणवत्ता की नियमित जांच होगी और नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा.– मिलावटखोरी पर अंकुश लगेगा, जिससे मेहंदी का उचित दाम मिलेगा और किसान लाभांवित होंगे.– अन्य क्षेत्रों की मेहंदी अब सोजत के नाम पर नहीं बिक सकेगी.– उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण मेहंदी मिलेगी.– एक विशेष कमेटी मेहंदी की गुणवत्ता की जांच करेगी.

वैश्विक बाजार में पहचानसोजत के मेहंदी व्यवसाय से जुड़े सिद्धार्थ परिहार ने कहा कि सोजत की मेहंदी को जीआई टैग मिलना हमारे लिए गर्व की बात है. इस टैग के साथ, सोजत की मेहंदी वैश्विक बाजार में अपनी गुणवत्ता के साथ और अधिक सम्मान के साथ बिकेगी. इससे यहां के उद्यमियों और किसानों को सीधा फायदा मिलेगा, जो मेहंदी की साख और पहचान को और भी बढ़ाएगा.

Tags: Local18, Pali news, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : October 20, 2024, 20:07 IST

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