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Rajasthan Election: बीजेपी की परिवर्तन यात्रा से पहले वसुंधरा राजे का बड़ा कदम, मचेगा सियासी घमासान या मिलेगा फायदा?

राजसमंद. राजस्थान बीजेपी 2 सितंबर से अपनी पहली परिवर्तन यात्रा प्रदेश में शुरू करने जा रही है. वहीं इसके पहले प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आज सुबह राजसमंद जिले में स्थिति चारभुजा मंदिर पहुंची है. दर्शन करने के बाद नाथद्वार और फिर त्रिपुरा सुंदरी मंदिर जाएंगी. इन्हीं सब के बीच राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार राजे का विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर शक्ति प्रदर्शन देखने को मिल सकता है.

हालांकि बीजेपी की परिवर्तन यात्राओं से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री की इस धार्मिक यात्रा के कई और मायने भी निकाले जा रहे है. विशेषज्ञों के अनुसार वह अपनी धार्मिक यात्रा से चुनाव का शंखनाद कर सकती है, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में उछाल देखने को मिल सकता है. बता दें यह पहली बार नहीं जब राजे इस तरह की यात्रा कर रही है. इससे पहले भी 2002, 2013 और 2018 में उन्होंने इसी प्रकार से धार्मिक यात्रा निकाली है.

चारभुजा मंदिर से पहले भी कर चुकी शुरुआत
वसुंघरा राजे इससे पहले भी देव दर्शन की शुरुआत राजसमंद जिले में स्थित चारभुजा मंदिर से कर चुकी है. साल 2013 और 2018 में भी राजे ने इसी मंदिर से अपनी यात्रा की शुरुआत कर चुनावी शंखनाद किया था. हालांकि परिवर्तन यात्रा से पहले राजे के अचानक एक दिवसीय देव दर्शन का कार्यक्रम घोषित होने के बाद सियासी गलियारे में हलचल भी तेज हो गई है. जानकारों के अनुसार इस यात्रा से उन्हें लाभ पहुंचने की भी उम्मीद है, लेकिन चुनाव में इसका कितना फायदा होगा यह आने वाला समय ही बताएगा.

कुछ इस प्रकार रहेगा राजे का कार्यक्रम
वसुंधरा राजे आज सुबह जयपुर से हेलिकॉप्टर से रवाना होकर सीधे राजसमंद जिले में स्थिति चारभुजा मंदिर पहुंचेगी. यहां पर दर्शन करने के बाद राजे हेलिकॉप्टर से नाथद्वारा पहुंचेंगी. नाथद्वारा दर्शन के बाद वह सीधे बांसवाड़ा जिले में स्थित त्रिपुरा सुंदरी मंदिर जाकर दर्शन करेंगी. बता दें राजे जब भी बांसवाड़ा जाती है तो त्रिपुरा सुंदरी के दर्शन जरूर करती हैं.

पहले भी निकाल चुकी यात्राएं
यह पहली बार नहीं जब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे राजस्थान में धार्मिक यात्रा निकालने जा रही हो वह इससे पहले भी कई बार देव दर्शन का कार्यक्रम कर चुकी हैं. उन्होंने पहली बार साल 2002 में यात्रा निकाली थी, जिसे परिवर्तन यात्रा नाम दिया गया था. बता दें राजे की यह सबसे लंबी यात्रा थी. वहीं साल 2013 में राजे ने दूसरी यात्रा निकाली थी, जिसे सुराज संकल्प यात्रा नाम दिया गया और यह यात्रा भी चारभुजा मंदिर से ही शुरू हुई थी. राजे ने तीसरी यात्रा मुख्यमंत्री रहते हुए साल 2018 में निकाली थी, जो कि चार भुजा मंदिर से ही शुरू हुई थी. इस यात्रा को गौरव यात्रा का नाम दिया गया था.

Tags: Assembly election, Rajasthan news, Vasundhra Raje

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