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Rajasthan Jaipur मोरारी बापू पहुंचे गलता तीर्थ, हुआ संत समागम | JAIPUR GALTA TIRTH SANT MORARI BAPU

JAIPUR उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ गलता तीर्थ में साल के पहले दिन शनिवार को विख्यात रामकथा वाचक सन्त मोरारी बापू पहुंचे। यहां Sant Morari Bapu ने गलता तीर्थ के साथ श्रीराम के अलग—अलग स्वरूप विग्रहों के दर्शन किए। इस मौके पर उन्होंने गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य से Galata Tirth को लेकर चर्चा की। इस संत समागम के दर्शन के लिए भक्त भी पहुंचे।

जयपुर

Published: January 01, 2022 08:29:05 pm

JAIPUR उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ गलता तीर्थ में साल के पहले दिन शनिवार को विख्यात रामकथा वाचक सन्त मोरारी बापू पहुंचे। यहां Sant Morari Bapu ने गलता तीर्थ के साथ श्रीराम के अलग—अलग स्वरूप विग्रहों के दर्शन किए। इस मौके पर उन्होंने गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य से Galata Tirth को लेकर चर्चा की। इस संत समागम के दर्शन के लिए भक्त भी पहुंचे।

Rajasthan Jaipur मोरारी बापू पहुंचे गलता तीर्थ, हुआ संत समागम

Rajasthan Jaipur मोरारी बापू पहुंचे गलता तीर्थ, हुआ संत समागम

गलता तीर्थ में स्वामी अवधेशाचार्य ने कथावाचक मोरारी बापू का शॉल, दुपट्टा, माला पहनाकर किया अभिनन्दन। वहीं युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने मोरारी बापू को गलता तीर्थ के विभिन्न मंदिरों के दर्शन कराए। गलतापीठाधीश्वर अवधेशाचार्य ने मोरारी बापू को श्री गलता गद्दी का महत्व और गलताजी के इतिहास के साथ यहां की अलग—अलग परम्परा के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। इस मौके पर श्री गलता पीठ के तहत गुरुकुल के विद्यार्थियों ने स्वस्तिवाचन किया। इस दौरान गुजरात मे गलता तीर्थ की परंपरा से जुड़े स्थानों को लेकर भी चर्चा हुई। वहां की परंपरा के विषय में चर्चा हुईं। इस बीच भवगत चर्चा हुई।

रामभक्ति का प्रमुख व पहला केन्द्र रहा है गलता तीर्थ…
कथा वाचक मोरारी बापू ने श्रीगलता जी के सभी मंदिरों में दर्शन कर भगवान का मंगलाशासन प्राप्त किया। इस दौरान उन्होंने गलती में भगवान श्रीराम के तीन स्वरूपों के दर्शन किए और उनके बारे में जानकारी ली। इसमें श्रीराम के स्वयंवर स्वरूप, राज्याभिषेक स्वरूप, श्रीराम के वनवास स्वरूप के दर्शन किए। इनका महत्व जाना। इसके साथ ही मोरारी बापू ने गलता पीठ के इतिहास और गलता गद्दी का इतिहास भी जाना। स्वामी अवधेशाचार्य ने बताया कि गलता तीर्थ वैष्णव सम्प्रदाय की प्रमुख पीठ के साथ रामभक्ति का प्रमुख व पहला केन्द्र भी है।

ये भी रहे मौजूद….
इस दौरान गुजरात से पधारे सन्त भरत बापू, अल्पेश बापू के साथ—साथ विजय खेमका, प्रदीप जौहरी, मुकुल कुलश्रेष्ठ, श्याम भूतड़ा, एस.आर. हल्दिया, अभिषेक शर्मा, अनिल गुप्ता सहित कई लोग मौजूद रहे।

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