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हारे का सहारा.. बाबा श्याम हमारा.., लक्खी मेला की शुरुआत से पहले.. बाबा की मुख्य आरती का बदला समय

Last Updated:February 18, 2025, 11:02 IST

KhatuShyam Aarti Time Change: बाबा श्याम के लक्खी मेला से पहले उनकी आरती के समय में बदलाव किया गया है. अब दो प्रमुख आरतियां मेले के दौरान भी अलग समय पर होंगी. चलिए जानते हैं कितना तय किया गया है समयX
बाबा
बाबा श्याम की आरती के समय में बदलाव किया गया 

हाइलाइट्स

बाबा श्याम की श्रृंगार आरती अब सुबह 07:45 बजे होगी.संध्या आरती का समय अब शाम 06:45 बजे होगा.आरतियां यूट्यूब और फेसबुक पर लाइव दिखाई जाएंगी.

सीकर:- बाबा श्याम के करोड़ों भक्त हैं, लोग उन्हें हारे का सहारा बुलाते हैं. लाखों लोग उनके दर्शन करने आते हैं, तो ऐसे में श्याम प्रेमियों के लिए बड़ी खबर है. दरअसल बाबा श्याम के फाल्गुन लक्खी मेला 28 फरवरी से शुरू होने वाला है. इससे पहले मंदिर की पूजा पद्धति में बदलाव किया गया है. आपको बता दें, कि बाबा श्याम की एक दिन में पांच बार आरती होती है. इसमें से दो आरती श्रृंगार और संध्या आरती प्रमुख हैं. क्योंकि इन्हीं दोनों आरतियों में बाबा श्याम का मनमोहक श्रृंगार किया जाता है. अब श्री श्याम मंदिर कमेटी ने दोनों मुख्य आरतियों के समय में बदलाव किया है.

मुख्य पुजारी ने बताया समयआपको बता दें कि पंचांग के अनुसार बाबा श्याम की पूजा पद्धति में बदलाव किया जाता है. श्री श्याम मंदिर कमेटी के मुख्य पुजारी मोहनदास महाराज ने बताया कि माघ शुक्ल पक्ष से फाल्गुन शुक्ल पक्ष लगने के कारण बाबा की दैनिक आरती के समय में बदलाव किया गया है. अब से प्रातः की श्रृंगार आरती सुबह 07:45 होगी इसके अलावा संध्या आरती  शाम 06:45 पर होगी. दोनों मुख्य आरतियां श्री श्याम मंदिर कमेटी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल एवं फेसबुक पेज पर लाइव भी दिखाई जाएंगी. वहीं आपको बता दें, कि मेले के दौरान भक्त इन्हीं दो आरतियों में शामिल होना चाहते हैं. इस मेले के दौरान भी आरतियों के समय में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. अब आगामी कुछ महीनों तक श्रृंगार आरती और संध्या आरती का समय यही रहेगा.

कौन हैं बाबा श्यामहारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसी तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे. बताया जाता है इसी को लेकर भगवान कृष्ण ब्राह्मण के रूप में आए और उनसे शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने भी बिना संकोच किए भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया. मान्यता है तब भगवान कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कहा कि ” बर्बरीक तुम कलियुग में श्याम के नाम से पूजे जाओगे, तुम्हें लोग मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोगे.


Location :

Sikar,Rajasthan

First Published :

February 18, 2025, 11:02 IST

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हारे का सहारा.. बाबा श्याम हमारा.., खाटूश्याम जी की मंदिर में ये हुआ परिवर्तन!

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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