Rajasthan tops in solar energy sector, leaving Karnataka-Gujarat behin | solar energy: सौर ऊर्जा क्षेत्र में राजस्थान अव्वल, कर्नाटक-गुजरात को पीछे छोड़ा

सौर ऊर्जा ( solar energy ) क्षमता विकसित करने के क्षेत्र में ऊंची छलांग लगाते हुए राजस्थान ( Rajasthan energy ) समूचे देश में पहले पायदान पर आ गया है। केन्द्र सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ( Ministry of Renewable Energy ) द्वारा 31 जनवरी तक के जारी आंकड़ों के अनुसार राजस्थान ने 10 गीगावाट से अधिक सोलर ऊर्जा क्षमता विकसित कर इस क्षेत्र के दिग्गज कर्नाटक व गुजरात आदि प्रदेशों को काफी पीछे छोड़ दिया है।
जयपुर
Published: February 13, 2022 04:35:26 pm
सौर ऊर्जा क्षमता विकसित करने के क्षेत्र में ऊंची छलांग लगाते हुए राजस्थान समूचे देश में पहले पायदान पर आ गया है। केन्द्र सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा 31 जनवरी तक के जारी आंकड़ों के अनुसार राजस्थान ने 10 गीगावाट से अधिक सोलर ऊर्जा क्षमता विकसित कर इस क्षेत्र के दिग्गज कर्नाटक व गुजरात आदि प्रदेशों को काफी पीछे छोड़ दिया है। अब देश में कुल विकसित सौर ऊर्जा क्षमता में अकेले राजस्थान की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से भी अधिक हो गई है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम एवं ऊर्जा व चेयरमैन राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दूरगामी सोच के परिणाम स्वरुप दिसंबर, 2019 में जारी राजस्थान सौर ऊर्जा नीति और राजस्थान पवन व हाइब्रिड नीति जारी की गई। इन दोनों नीतियों के फलस्वरुप प्रदेश में सौर ऊर्जा क्षेत्र का परिदृश्य ही बदल गया और तीन साल में ही साढ़े छह गीगावाट यानी कि 6552 मेगावाट से अधिक अतिरिक्त सौर ऊर्जा क्षमता विकसित की जा चुकी है। आज देश में स्थापित कुल 49 गीगावाट क्षमता में अकेले राजस्थान ने 10.5 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता विकसित कर ली है। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2030 तक देश में 500 गीगावाट सोलन एनर्जी क्षमता विकसित करने के लक्ष्य को हासिल करने में राजस्थान की प्रमुख हिस्सेदारी होगी। पिछले दिनों प्रदेश में सौर ऊर्जा क्षेत्र में सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की कंपनियों के साथ बड़े एमओयू-एलओआई हस्ताक्षरित हुए हैं।
एसीएस एनर्जी डॉ. अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार देश में 49,346 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता विकसित हो गई है। इसमें राजस्थान 10,506 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता विकसित कर समूचे देश में शीर्ष पर आ गया है। जारी रिपोर्ट के अनुसार 7534 मेगावाट क्षमता के साथ कर्नाटक दूसरे स्थान पर और 6309 मेगावाट क्षमता के साथ गुजरात तीसरे स्थान पर है। इस साल अब तक 3000 मेगावाट क्षमता से अधिक क्षमता विकसित की जा चुकी हैं, जबकि पिछले तीन सालों में प्रदेश में 6552 मेगावाट क्षमता विकसित हुई है। प्रदेश में 2016 के बाद सौर ऊर्जा क्षमता विकसित करने के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया और तीन साल की कुछ क्षमता में से करीब आधी क्षमता इसी साल में विकसित की जा चुकी है। रुफटॉप में भी राजस्थान तेजी से आगे बढ़ रहा है। 10,506 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता में 9542 मेगावाट क्षमता ग्राउण्ड माउंटेड, 668 मेगावाट रुफटॉप और 296 मेगावाट सौर ऊर्जा ऑफ ग्रीड क्षेत्र में विकसित की गई है।

solar energy: सौर ऊर्जा क्षेत्र में राजस्थान अव्वल, कर्नाटक-गुजरात को पीछे छोड़ा
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