राजस्थान विश्वविद्यालय में अब LLB में होगा सेमेस्टर सिस्टम, इन नए विषयों को पढ़ना भी होगा अनिवार्य

जयपुर : नई शिक्षा नीति के तहत राजस्थान विश्वविद्यालय में लगातार नए-नए बदलाव किए जा रहे हैं. हाल ही में UG और PG स्टूडेंट्स के लिए विश्वविद्यालय में वेद और उपनिषद को पाठ्यक्रम में जोड़ा गया था, जिसके बाद अब राजस्थान विश्वविद्यालय में एक और बदलाव किया गया हैं, राजस्थान विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई करने वाले LLB के स्टूडेंट्स के लिए नई शिक्षा नीति-2020 के तहत सत्र 2024-25 में प्रवेश लेने वालों स्टूडेंट्स के लिए विश्वविद्यालय में 3 साल की LLB डिग्री में सिलेबस और परीक्षा पैटर्न में बदलाव के अलावा डिग्री के लिए सेमेस्टर सिस्टम लागू कर दिया है, जिसके तहत स्टूडेंट्स को अब एक सेमेस्टर में एक विषय के 5 क्रेडिट अंक निर्धारित होगे साथ ही प्रायोगिक वर्क पर ज्यादा फोकस किया जाएगा, अब 3 साल की LLB डिग्री के लिए सभी विषयों में 100 अंकों का पेपर होगा, जिसमें 80 अंकों का एक्सटर्नल और 20 अंकों का इंटरनल एग्जाम होगा, इंटरनल में 20 अंक, प्रोजेक्ट के 10 अंक, इसके अलावा मौखिक के 5 अंक और स्टूडेंट्स की कक्षाओं में उपस्थिति के आधार पर भी 5 अंक तक दिए जाएंगे.
LLB में क्यों किया गया बदलाव कानून और विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों के अनुसार नई शिक्षा नीति और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अनुसार सेमेस्टर सिस्टम लागू करना और सिलेबस में बदलाव करना अनिवार्य है, जिसमें छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय में विशेषकर तीन नए आपराधिक कानून, साइबर कानून, कंप्यूटर जैसे अनेक विषयों को पढ़ाना होगा, आपको बता दें बार काउंसिल ऑफ इंडिया नई दिल्ली के नियमानुसार कानून की डिग्री लेने से पहले 20 अनिवार्य, 6 वैकल्पिक और 4 क्लिनिकल विषय पढ़ना अनिवार्य है, BCI के मानदंडों के देखकर ही राजस्थान विश्वविद्यालय के LLB डिग्री के सिलेबस में बदलाव किया गया है, इस बदलाव से लॉ की शिक्षा मजबूत होगी, और स्टूडेंट्स कानून की शिक्षा में पूरी तरह परिपक्व होंगें.
अब LLB के इस प्रकार होगी परिक्षा नई शिक्षा नीति के तहत किए गए बदलाव के अनुसार राजस्थान विश्वविद्यालय में अब LLB स्टूडेंट्स के लिए इससे पहले प्रथम वर्ष में 1 बाद परिक्षा का आयोजन होता था लेकिन अब सेमेस्टर सिस्टम लागू करने के बाद दो बार परीक्षा होगी, इससे पहले परिक्षा पेपर में स्टूडेंट्स को 10 से 5 सवाल करने होते थे लेकिन अब पेपर को पार्ट-1 और पार्ट-2 में बांटा गया है, जिसमें पहले साइबर, कंप्यूटर और कॉम्पिटिशन लॉ विषय नहीं थे, इस साल से ही अंतिम वर्ष में इंटर्नशिप के साथ ही तीन नए आपराधिक कानूनों को LLB में जोड़ा जाएगा, LLB की तीन साल की डिग्री में इन सब बदलावों के साथ विशेष रूप से प्रैक्टिकल नॉलेज पर जोर दिया जाएगा, जिससे भविष्य में स्टूडेंट्स ज्यूडिशियल ऑफिसर बनने या लीगल से संबंधित किसी पद पर नियुक्ति होने पर किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.
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FIRST PUBLISHED : December 7, 2024, 15:35 IST