Rajasthan

Rajasthan Upchunav: बीजेपी ने दौसा में किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन पर क्यों जताया है भरोसा? समझें पूरा गणित

दौसा. राजस्थान विधानसभा उपचुनावों की सबसे हॉट सीट बनी दौसा विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने इस बार बड़ा दांव खेला है. बीजेपी ने इस सीट से सूबे की भजनलाल सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के छोटे भाई जगमोहन मीणा को चुनाव मैदान में उतारा है. बीजेपी ने सामान्य सीट से एसटी समुदाय के प्रत्याशी को उतारकर यहां की सियासी बाजी पलटने का प्रयास किया है. बीजेपी की यह रणनीति कितनी कारगर साबित होगी होगी यह तो आने वाला वक्त बताएगा. लेकिन अब इस सीट के चुनाव नतीजों पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिक गई है.

राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे जगमोहन मीणा लंबे समय से नौकरी से वीआरएस लेकर टिकट की मांग कर रहे थे. जगमोहन मीणा के भाई किरोड़ी मीणा सूबे के कैबिनेट मंत्री हैं. वहीं भतीजा राजेंद्र मीणा विधायक है. अब अगर जगमोहन मीणा चुनाव जीतते हैं तो यहां एक ही परिवार के तीन विधायक हो जाएंगे. सामान्य सीट पर आरक्षित जाति के नेता को टिकट दिलाकर किरोड़ीलाल मीणा ने अपने पावर दिखाई है. हालांकि किरोड़ीलाल अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन वह अभी तक मंजूर नहीं हुआ है. दौसा और सवाई माधोपुर इलाके में किरोड़ीलाल मीणा का दबदबा जगजाहिर है.

लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं जगमोहन मीणाजगमोहन मीणा ने राजनीति के लिए सरकारी अधिकारी के ओहदे को ठोकर मार दी थी. आरएएस सेवा से इस्तीफा देकर जगमोहन राजनीति में कूद पड़े. फिर 2014 में अपने बड़े भाई किरोड़ीलाल मीणा की राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी (राजपा) से सवाई माधोपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था. लेकिन जगमोहन की जमानत जब्त हो गई थी. फिर धीरे-धीरे उन्होंने दौसा इलाके में अपनी सक्रियता बढ़ाई. जगमोहन का नाम पहले से भी संभावित तगड़े दावेदारों में शामिल था. राजनीति के जानकारों की मानें तो पार्टी को यहां जगमोहन से ज्यादा उनके दबंग भाई और जमीन से जुड़े नेता किरोड़ीलाल मीणा पर भरोसा है कि वे नैया पार लगा देंगे.

दौसा सीट 2008 में सामान्य सीट हो गई थीमंत्री किरोड़ीलाल मीणा के भाई को टिकट मिलना इलाके में उनके दबदबे को दर्शाता है. इस सामान्य सीट शंकर शर्मा भी टिकट मांग रहे थे लेकिन उन्हें नहीं मिला. दौसा सीट 2008 में आरक्षित से अनारक्षित हो गई थी. उसके बाद से इस सीट से ब्राह्मण समाज के व्यक्ति को ही टिकट मिलता आ रहा था. ऐसे में अब ब्राह्मण समाज को पार्टी से जोड़े रखना किरोड़ी मीणा और जगमोहन मीणा के लिए बड़ी चुनौती होगी. मंत्री मीणा पार्टी के भरोसे पर कितना खरा उतर पाएंगे यह देखने वाली बात होगी.

FIRST PUBLISHED : October 20, 2024, 12:55 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj