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राजस्थान की पहली ऐसी बाघिन, जिसका अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व में बनेगा स्टेच्यू, जानें क्या है वजह

Last Updated:March 24, 2025, 12:49 IST

सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी करने वाली एसटी-2 बाघिन राजमाता के नाम को यादगार बनाने के लिए उनका स्टैच्यू बनाया जाएगा. 2024 में करीब 19 साल की आयु में लंबी बीमारी के कारण सरिस्का को उसने अ…और पढ़ेंX
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राजमाता बाघिन का स्टेच्यू इस तरीके का होगा

हाइलाइट्स

सरिस्का टाइगर रिजर्व में बनेगा बाघिन एसटी-2 का स्टैच्यूएसटी-2 बाघिन ने सरिस्का में बाघों की संख्या बढ़ाईराजमाता बाघिन के वंश के हैं आधे से ज्यादा बाघ

अलवर:- जिले में स्थित सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी करने वाली एसटी-2 बाघिन राजमाता का स्टैच्यू सरिस्का टाइगर रिजर्व में बनाया जाएगा. दरअसल बाघिन के नाम को यादगार बनाने के लिए सरिस्का कैंपस में टिकट विंडो के पास उसका स्टैच्यू बनाया जाएगा. संभावना है कि यह मार्च के आखिरी तक बनकर तैयार हो जाएगा.

एसटी-2 बाघिन के आने से बढ़ी संख्यासरिस्का टाइगर रिजर्व को फिर से आबाद करने वाली राजमाता ने, 2024 में करीब 19 साल की आयु में लंबी बीमारी के कारण सरिस्का को अलविदा कह दिया था, लेकिन यहां वर्तमान में 42 बाघों में आधे से ज्यादा बाघ राजमाता के वंश के हैं. अलवर जिले के सरिस्का टाइगर रिजर्व से जब साल 2004-05 में बाघ विलुप्त हो गए थे, तब यहां बाघों को दोबारा बसाने की योजना बनाई गई थी. जब 4 जुलाई 2008 को रणथंभौर टाइगर रिजर्व से एक बाघ और एक बाघिन को लाया गया. बाघिन ST-2 के सरिस्का में शुभ पैर पड़ने के बाद तब से धीरे-धीरे सरिस्का में बाघों की संख्या बढ़ती गई.

एसटी-2 बाघिन का ऐसे रखा ‘राजमाता’ नामST- 2 बाघिन को राजमाता नाम का दर्जा करीब 10 साल पहले सरिस्का प्रशासन ने दिया था. जिसका कारण यह था कि बाघिन ने यहां 2010 और 2014 में कुल चार शावकों को जन्म दिया, जिनमें तीन बाघिन— ST-7, ST-8 और ST-14 तथा एक बाघ ST-13 शामिल हैं.

एसटी-2 बाघिन ने रणथंभौर से आकर बढ़ाया कुनबा राजमाता बाघिन एसटी-2 ने सरिस्का में आने के बाद बाघिन एसटी-7 व एसटी-8, बाघ एसटी-13, बाघिन एसटी-14 को जन्म दिया. बता दें, बाघिन एसटी-2 व बाघिन एसटी-14 की सात संतानें हैं. इनमें बाघिन एसटी-17 व बाघ एसटी-18, बाघिन एसटी-26, बाघिन एसटी-27, बाघिन एसटी-28 एवं दो शावक शामिल हैं. इसी तरह बाघिन एसटी-17 के पांच शावक हैं. वहीं, बाघिन एसटी-27 के दो शावक हैं. इसके अलावा बाघ एसटी-13 भी सरिस्का में करीब 10 शावकों का जन्मदाता रहा है.


Location :

Alwar,Rajasthan

First Published :

March 24, 2025, 12:49 IST

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राजस्थान की पहली बाघिन, जिसका अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व में बनेगा स्टेच्यू

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