JEE में रैंक 2, कोचिंग नहीं, खुद की मेहनत से रचा इतिहास, अब बीटेक में नया अध्याय

Last Updated:May 15, 2025, 07:31 IST
JEE Success Story: कुछ करने का जुनून हो और खुद पर भरोसा हो, तो किसी भी चीज में सफलता हासिल की जा सकती है. इसी के दम पर एक लड़की ने जेईई में रैंक 2 हासिल करने में सफल रही हैं.
JEE IIT Success Story: IIT Delhi से बीटेक कर रही हैं.
हाइलाइट्स
JEE में रैंक 2 हासिल की.सेल्फ स्टडी और NCERT किताबों पर भरोसा किया.IIT दिल्ली में कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर रही हैं.JEE Success Story: अगर खुद पर भरोसा हो और कुछ करने का जुनून हो, तो किसी भी चीज में सफलता हासिल किया जा सकता है. इसी भरोसा के दम पर स्नेहा पारीक (Sneha Pareek) ने जेईई मेंस की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की हैं. साथ ही उन्होंने इस परीक्षा में 300 में से 300 अंक प्राप्त किए हैं. इसके अलावा उन्होंने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा को भी पास करने में सफल रही हैं. उनकी सफलता की कुंजी सेल्फ स्टडी, NCERT की किताबें, पिछले वर्षों के पेपरों का अध्ययन और मॉक टेस्ट थे.
जेईई में हासिल की रैंक 2जेईई मेंस की परीक्षा में टॉप 2 रैंक हासिल करने वाली स्नेहा पारीक मूल रूप से असम की रहने वाली हैं. उन्होंने अपनी स्कूलिंग सेंट मैरी मालीगांव, गुवाहाटी से पूरी की हैं. JEE Main 2022 में शानदार सफलता के बाद अपनी आगे की रणनीति JEE Advanced को पास करने के लिए बनाई. इसके लिए उन्होंने तुरंत ही JEE Advanced की तैयारी शुरू कर दी थी. इसके साथ ही उन्होंने NCERT और अन्य किताबों से अपने कॉन्सेप्ट को मजबूत किया ताकि वह जेईई एडवांस की परीक्षा में कामयाब हो सकें.
रोजाना की 6-7 घंटे की पढ़ाईस्नेहा पारीक ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा को पास करने में सफल रहीं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार इस परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 447 हासिल की हैं. इस परीक्षा की तैयारी में वह रोजाना 6-7 घंटे की पढ़ाई करती थीं. कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स या यूट्यूब क्लासेज का सहारा नहीं लिया. इसके बजाय, उन्होंने सेल्फ स्टडी और संस्थान के मार्गदर्शन पर पूरी तरह भरोसा किया, जो कि उनकी सफलता का मुख्य कारण था.
जेईई पास करने की ये थी स्ट्रैटजीएनसीईआरटी की किताबें, पिछले वर्षों के पेपर और मॉक टेस्ट स्नेहा पारीक की सफलता के मुख्य मंत्र थे. JEE Main 2022 में सफलता प्राप्त करने के बाद उनका मानना है कि यही रणनीतियां दूसरे छात्रों के लिए भी फायदेमंद हो सकती हैं. उनका परिवार भी हमेशा उनका समर्थन किया है. उनके पिता राजीव कुमार पारीक एक बिजनेसमैन हैं, जबकि उनकी मां सरिता पारीक गृहिणी हैं.
यहां से कर रही हैं बीटेकस्नेहा पारीक ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा को पास करने के बाद भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (IIT Delhi) में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी कंप्यूटर साइंस में दाखिला लिया. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार अभी फिलहाल वह बीटेक के तीसरे वर्ष में हैं. उनकी कहानी यह साबित करती है कि मेहनत और सही दिशा में की गई तैयारी से किसी भी मुश्किल परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती है.
Munna Kumar
पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में Hin…और पढ़ें
पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में Hin… और पढ़ें
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