Reducing The Cost Of Doing Business Is The First Priority – Industry and business: व्यवसाय करने की लागत को कम करना पहली प्राथमिकता

चैम्बर के केंद्रीय नेतृत्व दृष्टिकोण को बताते हुए राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष दिग्विजय ढाबरिया ने बताया कि चैम्बर उद्योग एवं व्यापार ( industry and business ) के समग्र एवं सतत विकास हेतु विभिन्न नवाचार, कार्यक्रम एवं अन्य पहलों के माध्यम से प्रयासरत रहेगा तथा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, व्यवसाय करने की लागत में कमी, व्यापार एवं उद्योग ( trade and industry ) समान अवसरों एवं परिस्थितियों की उपलब्धता आदि मुद्दों पर विशेष जोर दिया जाएगा, ताकि उद्योग एवं सुनिश्चित किया जा सके।

जयपुर। चैम्बर के केंद्रीय नेतृत्व दृष्टिकोण को बताते हुए राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष दिग्विजय ढाबरिया ने बताया कि चैम्बर उद्योग एवं व्यापार के समग्र एवं सतत विकास हेतु विभिन्न नवाचार, कार्यक्रम एवं अन्य पहलों के माध्यम से प्रयासरत रहेगा तथा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, व्यवसाय करने की लागत में कमी, व्यापार एवं उद्योग समान अवसरों एवं परिस्थितियों की उपलब्धता आदि मुद्दों पर विशेष जोर दिया जाएगा, ताकि उद्योग एवं सुनिश्चित किया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय को दोगुना करने और भारतीय अर्थव्यवस्था को 2024-25 तक 5 ट्रिलियन अमरीकी डालर तक ले जाने के महत्वकांशी आवाहनों हेतु चैम्बर पहल करेगा।
दिग्विजय ढाबरिया, पीएचडी राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप मुल्तानी ने उद्योगपति दिग्विजय ढाबरिया, सीएमडी, ढाबरिया पॉलीवुड लिमिटेड को वर्ष 2021-22 के लिए पीएचडी चैंबर, राजस्थान चैप्टर का अध्यक्ष नियुक्त किया है। मुल्तानी ने सुमेर सिंह शेखावत, सीईओ, भगवती प्लास्टिक एंड पाइप इंडस्ट्रीज और अमित कुमार चौधरी, डायरेक्टर, डीडी फार्मास्युटिकल्स को भी आगामी वर्ष के लिए पीएचडी चैंबर, राजस्थान चैप्टर के सह-अध्यक्ष नियुक्त किये है। दिग्विजय ढाबरिया वर्ष 2020 -21 में पीएचडी चैम्बर राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष रहे। उनके पिछले कार्यकाल में कोरोनाकाल की कठिन परिस्थितियों के दौरान भी पीएचडी चैम्बर ने विशेष रूप से राज्य में औद्योगिक विकास के लिए विभिन्न वेबिनार, अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम और संगोष्ठियां का आयोजन किया।
रियल एस्टेट में स्वदेश में निर्मित उत्पादनो को बढ़ावा
निर्माण और रियल एस्टेट क्षेत्र के विकास के लिए भी नई गतिविधियों, कार्यक्रमों और नीति की वकालत शुरू करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा, ताकि अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हों एवं इन सेक्टरों पर आधारित 30 से अधिक वस्तुओं एवं क्षेत्रों के विकास को बल मिले। निर्माण एवं रियल एस्टेट में स्वदेश में निर्मित उत्पादनो को बढ़ावा देने के लिए चैम्बर एक नई पहल ‘स्वदेश रेटिंगÓ की वकालत एवं प्रोत्साहन करेगा, ताकि देशी उद्योगों को प्रोत्साहन मिल सके एवं आत्म निर्भर भारत का सपना साकार हो सके। स्वदेशी रेटिंग के माध्यम से निर्माण एवं रियल एस्टेट उद्यमियों को अतिरिक्त लाभ एवं प्राथमिकता देने हेतु भी प्रयास किये जाएंगे। ढाबरिया ने आगे बताया कि ‘भारतीय शहरों में शहरी पहचान को फिर से जीवंत करनेÓ की पहल भी की जाएगी एवं इस सन्दर्भ में शीघ्र ही एक आर्किटेक्ट कॉन्क्लेव का जयपुर में आयोजन किया जाएगा, जिसमें कलाकारों, शिल्पकारों एवं अन्य व्यक्तियों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए उनके योगदान को सराहा जाएगा।
प्रमुख क्षेत्रों में नई पहल, कार्यक्रम आयोजित
ढाबरिया ने बताया कि पर्यटन, कृषि और कृषि प्रसंस्करण, प्लास्टिक और पैकेजिंग, चिकित्सा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे, वास्तुकला विकास सहित राज्य के प्रमुख फोकस क्षेत्रों में नई पहल, कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पीएचडी चैम्बर राजस्थान चैप्टर द्वारा मार्च में राज प्लास्ट-2022 और प्लास्टिक उद्योग पर अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जो राजस्थान के प्लास्टिक क्षेत्र के सतत विकास, राज्य में प्लास्टिक क्षेत्र में निवेश, प्रौद्योगिकी और सर्वोत्तम प्रथाओं को लाने के लिए अत्यधिक लाभान्वित और योगदान देगा।
फिल्म और पर्यटन उत्सव-2022
चैम्बर द्वारा फार्म टू फोर्क – एक कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा जिसमें संपूर्ण आपूर्ति शृंखला पारिस्थितिकी तंत्र को शामिल किया जाएगा, जिससे किसानों को अपनी आय बढ़ाने में अत्यधिक लाभ होगा। राजस्थान में पर्यटन और फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजस्थान चैप्टर अगस्त में फिल्म और पर्यटन उत्सव-2022 का भी आयोजन करेगा। ढाबरिया ने आगे बताया कि राज्य चैप्टर राजस्थान में ग्लास और सिरेमिक उद्योग के विकास, खनन, स्वास्थ्य देखभाल और फार्मा, नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण आदि के क्षेत्र में कई अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन करेगा। पीएचडी चैम्बर राजस्थान में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार और रीको के साथ प्रयासरत है और हाल ही में हाल ही में आयोजित रीको के साथ व्यापार बैठक में 800 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव जुटाए गए थे, उनमें से कुछ निवेशकों ने राज्य में जमीन भी खरीद ली है।