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Risk of Parkinson’s disease increases due to polluted air particles re | हवा के प्रदूषित कण सांस के जरिए दिमाग तक पहुंचने से पार्किंसन बीमारी का खतरा ज्यादा

locationनई दिल्लीPublished: Nov 02, 2023 12:22:42 am

चेतावनी : शोधकर्ताओं ने अमरीका में खंगाला 2.20 करोड़ लोगों का मेडिकल

हवा के प्रदूषित कण सांस के जरिए दिमाग तक पहुंचने से पार्किंसन बीमारी का खतरा ज्यादा

हवा के प्रदूषित कण सांस के जरिए दिमाग तक पहुंचने से पार्किंसन बीमारी का खतरा ज्यादा

वॉशिंगटन. प्रदूषित हवा से इंसानों में पार्किंसन बीमारी हो सकती है। अमरीका में किए गए शोध में इंसानों में इसका 56 फीसदी तक जोखिम पाया गया। शोधकर्ताओं के मुताबिक हवा में पीएम 2.5 या इससे कम आकार वाले प्रदूषित कण सांस के जरिए मस्तिष्क तक पहुंचते हैं। ये मस्तिष्क में सूजन का कारण बन सकते हैं और व्यक्ति में पार्किंसन बीमारी विकसित हो सकती है।शोध न्यूरोलॉजी मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है। शोधकर्ताओं ने अमरीका के 2.20 करोड़ लोगों के मेडिकल डेटा का अध्ययन किया। इनमें से मानसिक विकार से जुड़े 90 हजार रोगियों का चयन किया गया। उनके आवास, आसपास के वातावरण और राज्य के बारे में जानकारी एकत्रित की गई। अमरीका के बैरो न्यूरोलॉजिकल इंस्टीट्यूट के प्रमुख शोधकर्ता प्रो. ब्रिटनी क्रिजानोव्स्की ने बताया कि रोगियों के सूक्ष्म प्रदूषित कणों के संपर्क में आने के बारे में भी जानकारी जुटाई गई।

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