सर्दियों में बढ़ता स्ट्रोक का खतरा | Winter Stroke Risk, Symptoms and Prevention Tips

Last Updated:November 13, 2025, 10:41 IST
Health Tips: सर्दियों में खून गाढ़ा और नसें सिकुड़ने के कारण स्ट्रोक का खतरा दोगुना हो जाता है. विशेषज्ञों ने बताया कि “FAST” फार्मूले से शुरुआती लक्षण पहचानकर तुरंत इलाज शुरू किया जाए तो मरीज को लकवे जैसी गंभीर स्थिति से बचाया जा सकता है. बीपी कंट्रोल और शरीर को गर्म रखना सबसे ज़रूरी है.
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अलवर। जैसे-जैसे सर्दी का मौसम बढ़ता है, वैसे-वैसे ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि होती है. नवंबर से फरवरी तक के महीनों में अस्पतालों में स्ट्रोक के मामलों में दोगुनी बढ़ोतरी देखी जाती है. अलवर जिला अस्पताल के अनुसार गर्मी के महीनों में जहाँ हर माह औसतन 15 मरीज भर्ती होते हैं, वहीं सर्दियों में यह आँकड़ा बढ़कर 30 तक पहुँच जाता है.
विशेषज्ञों के अनुसार ठंड के मौसम में शरीर का तापमान घटने के साथ खून गाढ़ा होने लगता है. साथ ही नसें सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड फ्लो प्रभावित होता है. डॉ. रूप सिंह ने बताया, “सर्दी में एक्टिविटी कम होती है और आराम का समय बढ़ जाता है. खून अगर ब्रेन की किसी नस में अटक जाए तो पैरालिसिस का खतरा बढ़ जाता है, जिसे हम ब्रेन स्ट्रोक कहते हैं.” ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल भी बढ़ जाता है, जिससे दिमाग की नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. हाई बीपी, गाढ़ा खून, मोटापा और ब्रेन ट्यूमर जैसे कारण स्ट्रोक की संभावना को दोगुना कर देते हैं.
स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण — पहचानें “FAST” सेडॉ. रूप सिंह के अनुसार स्ट्रोक की पहचान के लिए “FAST” फार्मूला अपनाएँ —
F – Face (चेहरा): चेहरा अचानक टेढ़ा होना या एक तरफ झुक जाना.
A – Arm (बांह): एक बांह या कंधा कमजोर पड़ना या सुन्न हो जाना.
S – Speech (बोली): बोलने में परेशानी, आवाज़ लड़खड़ाना या शब्द स्पष्ट न बोल पाना.
T – Time (समय): ऐसे लक्षण दिखते ही तुरंत इलाज शुरू करना ज़रूरी है.
समय रहते उपचार शुरू करने से मरीज को लकवे जैसी गंभीर स्थिति से बचाया जा सकता है.
स्ट्रोक से बचाव कैसे करें? (रोकथाम के उपाय)डॉक्टरों ने स्ट्रोक से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय बताए हैं:
नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल जाँचें.
धूम्रपान और शराब से बचें.
दिन में कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज करें.
संतुलित आहार और पर्याप्त पानी का सेवन करें.
ठंड में शरीर को गर्म रखें और नियमित दवाएँ न छोड़ें.
डॉक्टरों की सलाहविशेषज्ञों का कहना है कि स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है. कुछ ही मिनटों की देरी मरीज की जान पर भारी पड़ सकती है. जल्दी पहचान और समय पर इलाज ही सबसे बड़ा बचाव है.
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Alwar,Alwar,Rajasthan
First Published :
November 13, 2025, 10:41 IST
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ठंड में रहें सावधान! सर्दी बढ़ते ही स्ट्रोक के मरीजों की संख्या दोगुनी…



