Religion
Rohini Vrat Katha know Durgandha Story and significance | Rohini Vrat: रोहिणी व्रत की पूरी कथा, जानिये कैसे मिली दुर्गंधा को मुक्ति
भोपालPublished: Feb 27, 2023 01:31:07 pm
रोहिणी व्रत की कथा (Rohini Vrat Katha) बहुत दिलचस्प और कर्म सिद्धांत का महत्व बताने वाली है। साथ ही यह रोहिणी व्रत का महत्व भी बताती है तो आइये पढ़ते हैं रोहिणी व्रत की कहानी (Durgandha Story) और कैसे मिली दुर्गंधा को मुक्ति।
यह व्रत जैन समुदाय का प्रमुख व्रत है। इसे स्त्रियां और पुरुष दोनों ही रखते हैं, महीने के जिस दिन रोहिणी नक्षत्र पड़ता है, जैन समुदाय उसी दिन यह व्रत रखता है। इसका पारण रोहिणी नक्षत्र की अवधि की समाप्ति पर मार्गशीर्ष नक्षत्र में होता (Rohini Vrat Katha) है और इसका फलाहार सूर्यास्त से पहले कर लिया जाता है। मान्यता है कि यह व्रत कर्म बंधन से छुटकारा दिलाता है। साथ ही महिलाएं पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए यह व्रत रखती हैं।