Russia want India to take over American and European companies | INDO-RUSSIA : क्यों रूस चाहता है अमरीका और यूरोप की कंपनियों को भारत टेकओवर करे

जयपुरPublished: Dec 16, 2023 12:04:42 am
2.1 गुना बढकऱ 48 अरब डॉलर हो गया रूस के साथ भारत का व्यापार जनवरी से सितंबर के बीच। आखिरी तिमाही तक इसके 65 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
-यूक्रेन से युद्ध के बाद रूस भारत का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है, मुख्यत: तेल के कारण।
रूस भारत का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है
मॉस्को. यूक्रेन युद्ध में अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण भारत का सस्ता तेल बेच रहे रूस ने मित्र भारत को अब निवेश का बड़ा ऑफर दिया है। दरअसल, लंबे समय से यूक्रेन के साथ युद्ध के कारण कई अमरीकी और यूरोपीय कंपनियों ने रूस में अपना कारोबार या तो बंद कर दिया है या बंद करने की तैयारी में हैं। ऐसे में रूस चाहता है कि इन कंपनियों के कारोबार को भारतीय कंपनियां टेकओवर कर लें। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में रूस ने गहरी दिलचस्पी दिखाई है। रूस चाहता है कि भारतीय कॉरपोरेट कंपनियां सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम का फायदा उठाकर यह सौदा करें और खुद को सबसे तेज बढ़ती यूरोपीय अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनाएं। इस फोरम का आयोजन 5 से 8 जून 2024 को होगा। पहले दिन यानी 5 जून को रूस-भारत बिजनेस फोरम पर बातचीत होगी।