Sachin Pilot Press Conference 21 Highlights Congress Ashok Gehlot BJP Vasundhara Raje | वसुंधरा सरकार में भ्रष्टाचार, गहलोत सरकार में पेपरलीक और सोनिया गांधी के अपमान का जिक्र, पढ़ें सचिन पायलट के प्रेस कांफ्रेंस की ये 21 बड़ी बातें
जयपुरPublished: May 09, 2023 03:49:52 pm
Sachin Pilot Attack On CM Ashok Gehlot And BJP Vasundhara Raje In Press Conference : राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में बयानों का घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के प्रमुख नेता राहुल गांधी सिरोही में यात्रा कर रहे हैं तो वहीं सचिन पायलट जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं।
Sachin Pilot Press Conference Highlights Ashok Gehlot Vasundhara Raje
Sachin Pilot Attack On CM Ashok Gehlot And BJP Vasundhara Raje In Press Conference : राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में बयानों का घमासान मचा हुआ है। एक तरफ जहां कांग्रेस के प्रमुख नेता राहुल गांधी सिरोही में यात्रा कर रहे हैं तो वहीं सचिन पायलट जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धौलपुर में जिस बात का खुलासा किया था अब सचिन पायलट उसी बात को ले मुखर हो गए हैं।
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दोपहर करीब 12 बजे हुई इस प्रेसवार्ता में सचिन पायलट ने एक एक करके सभी बात का जवाब दिया। इसके साथ ही प्रदेश में 11 मई से पांच दिनों तक चलने वाली एक पदयात्रा का भी एलान कर दिया है। अनशन के बाद 11 मई को होने वाली इस पदयात्रा को लेकर अब कांग्रेस में हलचल मच गई है। यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पार्टी सचिन पायलट के इस कदम को किस तरह से लेती है। आइए आपको पढ़वाते हैं सचिन पायलट के प्रेस कांफ्रेंस में हुई 21 बड़ी बातें….
- कर्नाटक में हम सरकार बना रहा हैं। हम कांग्रेस भारी बहुमत से आ रहे हैं। प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री तक ने अपनी ताकत लगाई इसके बावजूद हम भाजपा से आगे हैं।
- कर्नाटक चुनाव प्रचार में जिस तरह से शब्दों का प्रयोग हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और उनके परिवार को जिस तरह से जान से मारने की धमकी दी गई। उसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं।
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं है। उनकी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया हैं। एक तरफ कहा जा रहा है हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी। दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि सरकार बचाने का काम वसुंधरा कर रही थी। आप कहना चाह रहे हैं। यह स्पष्ट करें।
- मैं प्रदेश का उप मुख्यमंत्री था। 2020 में देशद्रोह और राष्ट्रद्रोह के मुकदमें में मेरे उपर कार्रवाई करने की कोशिश की गई थी। कई प्रकरण हुए थे।
- मैं स्पष्ट कह रहा हूं कि मैं और हमारे कुछ साथी सरकार में नेतृत्व परिवर्तन चाहते थे। अपनी बात को लेकर दिल्ली भी गए और अपनी बातों को रखा। एआईसीसी में लगातार चर्चा हुई। एआईसीसी ने कमेटी का गठन किया गया था। एक रोडमैप था।
- ढाई साल का जो शासनकाल निकला वह इस बात का प्रतीक है कि अनुसाशन तोड़ने का काम किसी ने नहीं किया। हम सभी ने कमेटी गठन के बाद कांग्रेस को मजबूत करने का काम किया। राज्यसभा का चुनाव हो या फिर विधानसभा हम सभी ने काम किया ।
- मुझे बहुत कुछ कहा गया-कोरोना, गददार, निकम्मा आदि। जो ये आरोप परसों लगाए गए यह आरोप मैं ढाई साल से सुन रहा था लेकिन हम अपनी पार्टी और सरकार की छवि का नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे।
- पहली बार देखा कि अपने विधायकों को बदनाम करने का काम हो रहा है और भाजपा नेताओं को गुणगान हो रहा है। यह गलत है। हम सभी लोग जो दिल्ली में अपनी बात रखने गए थे। उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं जो चार दशक से विधायक हैं।
- विधायक हेमाराम 1980 से विधायक हैं। उनकी क्या छवि है और क्या जनमानस में इतिहास है। 100 करोड़ से अधिक की जमीन तो समाज के लिए दान में दे दी। ओला के पिता बड़े बड़े पदों पर रहे। उन पर आरोप लगा देना निंदनीय है। मैं सिरे से खारिज करता हूं।
- तीन साल से कोई कार्रवाई आप ने नहीं की। यही सबसे बड़ी सवाल उठता है। हम दिल्ली गए अपनी बात रखा।
- 25 सितंबर को अध्यक्षा सोनिया गांधी के निर्देश पर मल्लिकार्जुन खरगे और अजय मकान विधायक की बैठक के लिए आए। वह नहीं हुई। उनकी जो अवहेलना हुई, उनकी जो मानहानि हुई और उनकी जो बेइज्जती हुई। वह गददारी थी। उनकी इच्छा कि खिलाफ विधायकों से इस्तीफा दिलवाया गया। अपनी सरकार को ही संकट में खड़ा कर दिया गया।
- बहुत से लोग आरोप लगाते हैं कि मोदी और शाह के कहने पर इस्तीफे दिला दिए गए। अब कोई ये बात कहे और मैं इस बात को मंच से कहूं ये कोई शोभा देता है क्या। अब तक जो हुआ यह दिखलाता है कि अनुशासनहीनता किसने की। सही मयाने में संगठन को और सरकार को कौन मजबूत कर रहा है।
- मैं डेढ़ साल से चिटठियां लिख रहा हूं। वसुंधरा राजे के कार्यकाल में जो गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप हमने लगाए। अशोक गहलोत ने लगाए। मंचों पर लगाए। प्रेसवार्ता में लगाए। उनकी जांच क्यों नहीं हो पा रही थी। अब समझ में आ रहा है कि जांच क्यों नहीं हो रही थी। मैं जांच की मांग को लेकर 11 अप्रेल को अनशन पर बैठा लेकिन मैं अब न उम्मीद हूं क्योंकि तथ्य सामने आ रहे हैं। कार्रवाई क्यों नहीं हुई और क्यों नहीं होगी। ये बात स्पष्ट हो चुकी है।
- जब जब वसुंधरा राजे के भ्रष्टाचार की बात करता हूं। पेपर लीक जिसके कारण लाखों बच्चों के भविष्य के जीवन पर सवाल खड़ हो गए। उस पर कोई जवाब ही नहीं आता इसलिए अब मैंने निर्णय लिया है कि आरपीएससी मुख्यालय अजमेर से मैं एक यात्रा निकालूंगा। जनता के बीच जाकर जनता की बात सुनेंगे और उनकी बात उठाएंगे।
- नौजवानों और भ्रष्टाचार के मुददों को उठाकर 11 मई को जनसंघर्ष पदयात्रा निकालेंगे। 125 किलो मीटर की यात्रा जयपुर में पूरी होगी। यह लोगों के हितों के लिए, भ्रष्टाचार के खिलाफ, नौजवानों के सरंक्षण के लिए उनकी आवाज का सुनेंगे और बुलंद करेंगे।
- पांच दिन की यह यात्रा किसी के विरोध में न होकर भ्रष्टाचार के विरोध में है। नौजवानों के पक्ष में है। आमजन की बात सुनकर आम लोगों की आवाज बनने की कोशिश करेंगे।
- कुछ लोग चाहते हैं कि कांग्रेस कमजोर हो। कांग्रेस में फूट पड़े। बदनाम करने की, आरोप लगाने की, चरित्रहनन करने की कोशिश अगर हो रही है तो उसको हम नाकाम करेंगे। हमारी कांग्रेस पार्टी को जो लोग कमजोर करना चाहते हैं वो हम करने नहीं देंगे। जनता के मुददों पर जो स्टैंड पहले था वही आज भी है और आगे भी रहेगा।
- प्रदेश में जो भ्रष्टाचार हुआ। उसे हमने माना और साढ़े चार साल से कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। मैं अब समझ रहा हूं कि वो कार्रवाई हम क्यों नहीं कर पा रहे थे।
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर भाषण सुनने के बाद मैं समझ गया हूं कि वो कार्रवाई अब तक क्यों नहीं हुई।
- अपने विधायकों और मंत्रियों को बेइज्जत करते रहेंगे तो जनता के बीच छह महीने बाद हम चुनाव लड़ने कैसे जाएंगे।
- विधायकों पर कांग्रेस के विधायकों पर जिनके दम पर हम मुख्यमंत्री बने हैं।सोनिया गांधी जिनके आर्शीवाद से मुख्यमंत्री बने हैं। आप उन्हीं को बदनाम करेंगे, उनकी आलोचना करेंगे, उनको बेइज्जत करेंगे तो जनता सवाल नहीं करेगी छह महीने बाद। ये गंभीर राजनीति का परिचय नहीं है।