चीनी जितना मीठा होता था इस झील का पानी! पर लोग कहते हैं ‘दूध तलाई’, आखिर क्या है वजह?

उदयपुर: उदयपुर के हर एक हिस्से में खूबसूरत नजारे दिखते हैं. झील का पानी भी धूप की किरणों से चमक रहा होता है. इसी शहर की एक झील की कहानी आज हम आपके लिए लेकर आए हैं. झील का नाम है दूध तलाई. यह एक प्राकृतिक झील है. लेकिन सवाल यह है कि पानी से बनी इस झील का नाम दूध से क्यों जुड़ा है? जवाब है गाय. उन्हीं की वजह से इस झील का नाम दूध तलाई रखा गया.
क्यों खास है दूध तलाई झील यूं तो उदयपुर झीलों का शहर है. पर ज्यादातर झीले आर्टिफिशियल हैं. दूध तलाई झील नेचुरल और अलग है. यह झील छोटी-छोटी पहाड़ियों के बीच बसी है. झील के पास बने दीन दयाल उपाध्याय पार्क और माणिक्स लाल वर्मा गार्डन भी इसका हिस्सा हैं. झील के पास ही एक मंदिर बना है. इसी वजह से हर उम्र के लोग इस झील का आनंद लेते दिखते हैं.
किसने रखा है नाम इस झील का नाम सुनते ही हैरानी होती है. मन में सवाल आता है कि कहीं पानी की जगह इस झील में दूध तो नहीं बहता. लेकिन नाम के पीछे की वजह है गाय. राजा-महाराजा के लिए दूध देने वाली गाय इसी झील के पास खड़ी हुआ करती थीं. इसी वजह से लोगों ने इस झील को दूध तलाई झील कहना शुरू कर दिया.
रोपवे का उठाएं मजाइस झील के पास बने करणी माता के मंदिर तक आप सीढ़ी से जा सकते हैं. आपको 15 से 20 मिनट का समय लगेगा. रोपवे का ऑप्शन भी मौजूद है, जिससे 5 मिनट लगेंगे. यह रोपवे सुबह से 9 बजे से लेकर शाम के 9 बजा तक खुला रहता है. यहां बच्चों की टिकट 50 रुपये और रेगुलर टिकट 100 रुपये है.
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म्यूजिकल गार्डन है फेमस इस झील के पास आप म्यूजिकल गार्डन बना है, जिसे उदयपुर के शहरी सुधार ट्रस्ट ने बनाया है. टिकट 20 रुपये की मिलेगी. यहां फाउंटेन शो होता है जिसका समय 7 बजे होता है. वैसे गार्डन सुबह 9 बजे से शाम के 10 बजे तक खुला रहता है. यहां रोमांटिक और खूबसूरत नजारा दिखता है. गार्डन में फोटो-वीडियो बनाने के लिए ज्यादा पैसे नहीं लगते.
कैसे पहुंचेभारत के किसी भी कोने से उदयपुर आने के लिए आप गाड़ी, बस, ट्रेन या एरोप्लेन को चुन सकते हैं. उदयपुर पहुंचने के बाद यहां की किसी भी जगह से रिक्शा लेकर भी झील तक जा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 12:53 IST