Rajasthan

जहरीले सांपों से इस शख्स की है गहरी दोस्ती, अब तक पकड़ चुका है 22 हजार से अधिक सांप

नरेश पारीक/ चूरू.सांप का नाम सुनते ही अक्सर बड़े-बड़ों की कंपकंपी छूट जाती है, लेकिन राजस्थान के चूरू के एक शख्श पलक झपकते ही कोबरा सांप को पकड़ लेता है.अब-तक इनके द्वारा एक दो नहीं बल्कि 22 हजार से अधिक जहरीले सांपों को पकड़कर सुर​क्षित जंगल में छोड़ चुका है. आस-पास के क्षेत्र में स्नैक केचर के नाम से उन्हें लोग उन्हें पुकारते हैं. शहर के वार्ड 59 निवासी अरविंद सैनी शिक्षा विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं. बावजूद इसके अपने बचे समय में उनकी जीवों के प्रति चाहत ऐसी है कि वह एक फोन कॉल पर दौड़े चले जाते हैं.

सैनी बताते हैं  कि महज 15 बरस की उम्र में ही वह कोबरा से खेलने लग गए और जब घरवालों को पता चला तो उन्होंने डांट लगाई. लेकिन अरविंद की सांपों से ऐसी गहरी दोस्ती थी कि वह चाहकर भी उनसे दूर नहीं रह सकते थे. ऐसे में वह छिपकर घर के पास में गोगा जी की मेड़ी में जाते और वहां सांपों के साथ करतब करते और ये अपने इसी लगाव के चलते सैनी अब जहां से भी सूचना आती है वहां साँप का रेस्क्यू करने चलते जाते हैं और अब अपनी 9 लोगो की टीम तैयार कर ली जो आज उनके साथ ये रेस्कयू करती है. आमजन में जागरूकता लाने के उद्देश्य से सैनी ने यूट्यूब पर https://www.youtube.com/@arvindsainisnakerescueteam चैनल बना रखा है. सैनी का कहना हैकि अ​धिकांश सांप जहरीले नहीं होते हैं. लेकिन अंधविश्वास व जागरूकता की कमी के कारण लोग उन्हें मार देते हैं, जबकि सांप किसी व्य​क्ति को देखते ही छिपने का प्रयास करता है. और स्वयं पर खतरा महसूस करने पर ही हमला करता है.

कोबरा होता है जहरीला
अरविंद ने बताया कि चूरू जिले में काला नाग व कोबरा अधिक पाया जाता है. अ​धिकांश सांप चूहों के बिल में रहते हैं, भोजन की तलाश में ही निकलते हैं. बीरबल ने बताया कि कोबरा सांप जहरीला होने के साथ गुस्सैल होता है. इसके काटने पर समय पर इलाज नहीं मिलने से मौत तक हो जाती है. उन्होंने बताया कि अबतक अ​धिकांश कोबरा सांप ही पकडे है, जिन्हें पकड़ने के बाद वन विभाग के अ​धिकारियों की मौजूदगी में जंगल में छोडते हैं. सांप पकड़ने के लिए वह कोई शुल्क नहीं लेते और अगर कोई स्वेच्छा से देता है तो उन पैसों को निराश्रित गौवंश के लिए संचालित हो रही हनुमानगढ़ी गौशाला में लगा दिए जाते हैं. उन्होंने बताया कि अब गांव व ढा​णियों से सांप पकड़ने के लिए लोग बुलाते हैं तो वे भी सहर्ष वहां जाते है.

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FIRST PUBLISHED : July 21, 2023, 19:28 IST

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