पुनीत इस्सर का गुस्सा फूटा – ‘सेना को सलाम नहीं कर सकते तो क्या कर सकते हैं?’

पहलगाम आतंकी हमले और भारतीय सेना के पराक्रम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर कई सेलेब्स ने कुछ भी कहने से परहेज किया. इस पर अभिनेता पुनीत इस्सर ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि देश सबसे पहले है. मुझे दुख है कि इस गंभीर विषय पर कुछ एक्टर्स चुप रहे और उन्होंने कुछ नहीं कहा.
इस्सर ने इंडस्ट्री में प्रभावशाली हस्तियों से भारतीय सेना के लिए सार्वजनिक समर्थन की कमी पर निराशा व्यक्त की. पुनीत ने कहा, “मुझे दुख है कि कई लोग चुप हैं. हम चुप क्यों हैं? हमें चुप नहीं रहना चाहिए. आप अन्य मुद्दों पर हाथ में मोमबत्ती लेकर मार्च करते हैं. लेकिन जब भारतीय सेना की प्रशंसा करने की बात आती है, तो चुप हो जाते हैं. क्यों?”
देश सबसे पहले…
उन्होंने अपने देशवासियों से राष्ट्र को पहले रखने का आग्रह करते हुए कहा, “सबसे पहले, हम भारतीय हैं. हमारा देश पहले होना चाहिए और हमें एकजुट रहना चाहिए.”
सेना की तारीफ
इस्सर ने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर पर हाल ही में हुए ड्रोन हमलों की असफल कोशिश पर भी बात की और बिना किसी नुकसान के खतरे को विफल करने में भारतीय सेना के प्रयासों की प्रशंसा की.
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बोले- कम से कम एक पोस्ट तो करते
उन्होंने कहा, “कम से कम एक पोस्ट, एक मैसेज तो होना ही चाहिए था. कुछ एक्टर्स ने अपनी बात रखी है, लेकिन सभी को ऐसा करना चाहिए.” अभिनेता ने उन लोगों की आलोचना की जो पाकिस्तान का समर्थन करते हैं. उन्होंने इसे ‘आतंकवादी देश’ का समर्थन बताया. इस्सर ने देशवासियों से अपील की कि वे इस विषय पर सोचें और राष्ट्रीय गौरव व एकता को प्राथमिकता दें.
भारतीय होने पर गर्व
उन्होंने कहा, “हमें गर्व से क्यों नहीं कहना चाहिए कि हम भारतीय हैं और अपनी भारतीय सेना का समर्थन करते हैं? जब दुनिया में कहीं भी भूकंप आता है, तो भारत सबसे पहले सहायता भेजता है. फिर भी कुछ लोग आतंकवादी देश का समर्थन करना जारी रखते हैं. हर भारतीय को इस बारे में सोचना चाहिए. आपको अपनी संस्कृति और भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए.”
ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ
इस्सर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की तारीफ करते हुए भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम किया. उन्होंने कहा, “मुझे गर्व है कि मैं एक भारतीय हूं और मैं हमारी सेना और उनकी ताकत की सराहना करता हूं. मैं उन्हें नमन करता हूं. उनकी वजह से आज हम अपने देश में शांति से सांस ले रहे हैं. हमने दुनिया को साबित कर दिया है कि हम आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे.”