Sawan 2023: सावन में बढ़ी लहरिया साड़ी की डिमांड, महिलाओं को इस साल लुभा रहा ‘कोटा डोरिया लहरिया’

निशा राठौड़/उदयपुर. सावन में महादेव की पूजा के साथ ही महिलाओ में लहरिया ड्रेस को लेकर भी काफी क्रेज देखा जाता है. वहीं, राजस्थानी लहरिया भी सावन महीने के साथ ही बाजार में उल्लास की लहरें लेकर आया है. सावन की हरियाली के बीच दुकानदारों के चेहरे भी दमक रहे हैं. ऐसे में सावन के त्योहारों पर सुहागिनें लहरिया पोशाक में ही नजर आती है. वहीं कार्यक्रमों में विभिन्न रंगों के लहरिया पोशाक में सजी-धजी महिलाएं अलग ही नजर आती है.
अच्छी खरीदारी की उम्मीद में व्यापारियों ने लहरिया की एक से एक डिजाइन व कलर का स्टॉक कर रखा है. उदयपुर के मुख्य सारी बाज़ार माने जाने वाले मालदास स्ट्रीट के जय श्री साड़ी के संचालक बि.एल जैन ने बताया को इस बार ख़ास तौर पर कोटा डोरिया के लहरियो की डीमांड बढ़ी है. इसके साथ ही समदरिया और भोपालशाही लहरियो की डीमांड भी अधिक है. करीब तीन सौ रुपया से 5 हजार तक रुपए के अलग तरह के लहरियां इन दिनो बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है. हर उम्र की महिलाओं में इन का क्रेज बना हुआ है.
सौभाग्य का प्रतीक है लहरिया
सावन में लहरिया पहनने का मुख्य उद्देश्य बारिश और पानी के मौसम को उत्सव के रूप में मनाना है. लहरिया को एक तरह से सौभाग्य का प्रतीक माना गया है. कुछ प्रिंट एवं रंग तो बेहद पसंद किए जाते हैं. शिव-गौरी की पूजा में इसका बहुत महत्व है, यहीं कारण है कि सावन में की जाने वाले शिव-गौरी की पूजा में सुहागिनें खासतौर से लहरिया पहनती है.
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FIRST PUBLISHED : July 20, 2023, 12:05 IST