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SC को पटरी पर लाने के लिए CJI बनते ही जस्टिस चंद्रचूड़ ने किये थे 2 काम, साल भर बाद बताई पूरी कहानी

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) को भारत के मुख्य न्यायाधीश की कुर्सी संभाले एक साल हो गए. एक इंटरव्यू में CJI चंद्रचूड़ ने कहा कि बीते एक साल में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से लेकर न्यायपालिका में बदलाव के लिए तमाम कदम उठाए. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले एक साल में 50 हजार मामलों का निपटारा किया. इस अवधि में यह भी सुनिश्चित किया गया कि उच्चतम न्यायालय में लंबित मुकदमों की संख्या में बढ़ोतरी न हो.

‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को दिए इंटरव्यू में जस्टिस चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने कहा कि बीते एक साल के दौरान सुप्रीम कोर्ट में केसेज के निपटारे में तो तेजी आई ही. साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि कम से कम एक संवैधानिक पीठ लगातार सुनवाई करती रहे. सुप्रीम कोर्ट ने कई ऐसे संवैधानिक मामलों का निपटारा किया जो सालों से नहीं बल्कि दशकों से लंबित थे.

जस्टिस चंद्रचूड़ कहते हैं कि अगर प्रशासनिक मोर्चे की बात करें तो हमने सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी से लैस कोर्ट रूम तैयार करवाए. आईआईटी मद्रास के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल के लिए एक एमओयू हुआ. तकनीकी मोर्चे पर और भी तमाम काम हुए. इसी तरह यह भी सुनिश्चित किया कि उच्चतम न्यायालय शारीरिक और बौद्धिक रूप से समावेशी हो.

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CJI बनते ही कौन से दो काम किये थे?
चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ कहते हैं कि जब मैं सीजेआई बना तो पूरी व्यवस्था में सुधार के लिए सबसे पहले दो काम के लिए थे. पहला- मैंने सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री के भीतर कुछ मानदंड निर्धारित किये कि मामलों को कैसे सूचीबद्ध (Listing) किया जाएगा और वकील अपने केसेज की मेंशनिंग कैसे करेंगे. इससे यह प्रक्रिया पूरी तरह से नियमित हो गई है.

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दूसरा-कॉलेजियम के प्रस्तावों में, हमने स्पष्ट रूप से उन मापदंडों को बताया, जिनके आधार पर सुप्रीम कोर्ट में नियुक्तियां की जानी हैं. ऐसे मानक तय करने से निश्चित तौर पर सिस्टम में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होती है.

Tags: DY Chandrachud, Justice DY Chandrachud, Supreme Court, Supreme court of india

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