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‘शिकारी’ बन गए हैं शरद पवार, एक और दिग्गज भाजपाई आया साथ, फडणवीस की कोशिश भी नाकाम!

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का आधिकारिक बिगुल चंद दिनों में बजने वाला है. इस बीच यहां नेताओं के पाला बदलने की घटनाएं खूब देखी जा रही हैं. मगर खास बात यह है कि बीते कुछ समय से जहां विपक्षी दलों से नेता भाजपा और एनडीए में आ रहे थे वहीं अब माहौल बदल गया है. अब भाजपा और एनडीए के नेता पाला बदलकर विपक्षी दलों में ज्यादा जा रहे हैं. इस मुहिम में सबसे आगे हैं राज्य के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार. ऐसा लग रहा है कि एनसीपी शरद गुट के प्रमुख शरद पवार विपक्षी दलों के नेताओं के शिकार पर निकल चुके हैं. बीते कुछ महीनों के भीतर एनसीपी अजित गुट, शिव सेना शिंदे गुट और भाजपा के कई स्थानीय नेता पाला बदलकर शरद पवार के गुट में शामिल हो गए हैं.

बीते लोकसभा चुनाव में शरद पवार की पार्टी को मिली शानदार सफलता के बाद उनमें जनता के साथ-साथ सत्ताधारी एनडीए के नेताओं का भी भरोसा बढ़ गया है. सोमवार को एक और बड़े भाजपा नेता ने शरद पवार का दामन थाम लिया है. इनका नाम है हर्षवर्धन पाटिल. पाटिल चार बार के विधायक और पूर्व मंत्री हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में बतौर भाजपा उम्मीदवार वह इंदापुर सीट से मात्र 1500 वोटों से हार गए थे. उस वक्त एनसीपी एकीकृत थी और दत्तात्रेय भरणे विजयी हुए थे. वह 1995 में शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री रह चुके हैं.

दरअसल, भाजपा की ओर से पाटिल को टिकट नहीं मिलने की संभावना दिखने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया. एनडीए में ‘जिसका विधायक उसकी सीट’ का फॉर्मूला तय किया गया है. इस कारण यह सीट फिर से एनसीपी अजित पवार गुट के पास है. पाटिल ने सोमवार को शरद पवार की प्रमुख उपस्थिति और प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के हाथों में एनसीपी शरद गुट का दामन थाम लिया. हालांकि राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीते हफ्ते पाटिल से मिलकर उनको कुछ खास ऑफर दिया था. लेकिन, उनकी यह कोशिश भी नाकाम साबित हुई.

मंत्री बनाने का दिखाया सपनाहर्षवर्द्धन पाटिल की पार्टी में एंट्री के दौरान शरद पवार ने जोरदार भाषण दिया. शरद पवार ने सबके सामने उनकी उम्मीदवारी का ऐलान करते हुए कहा कि हर्ष वर्धन पाटिल को विधानसभा भेजें. उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से यह भी घोषणा की कि पाटिल संभावित महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री के रूप में काम करेंगे. उन्होंने कहा कि यह मेरी जिम्मेदारी होगी कि मैं हर्षवर्धन पाटिल को राज्य स्तर पर काम करने दूं.

शरद पवार ने कहा कि हर्षवर्धन को कुछ भी करने की क्या जरूरत है? अगर कोई कठिन काम हो, अगर लोगों के हित में हो, अगर लोगों के जीवन को बदलने का सवाल हो तो हर्ष वर्धन पाटिल को ऐसे काम सौंपे जाने चाहिए. अगर ऐसे काम उन्हें देने हैं तो पहला काम इंदापुर की जनता को करना होगा. आप उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में भेजिए. आपका काम उन्हें विधानसभा में भेजना है. फिर मेरा काम उन्हें राज्य के लिए काम करने की जिम्मेदारी सौंपना है.

शरद पवार-हर्षवर्धन पाटिल के संबंधशंकरराव पाटिल के विचारों को विरासत में पाकर हर्षवर्धन पाटिल कई वर्षों से राजनीति और सामाजिक मामलों में काम कर रहे हैं. पवार ने कहा कि आज उन्होंने हमारे साथ आने और अगली राजनीति में काम करने का फैसला किया है. पिछले छह दशकों से पाटिल और पवार परिवार के बीच मधुर संबंध थे. पारिवारिक रिश्ते कभी खराब नहीं हुए. हमारा दर्द अलग था. अजित पवार का नाम लेने से बचते हुए हर्षवर्द्धन पाटिल ने कहा कि अब दर्द दूर हो गया है.

Tags: Assembly elections, NCP chief Sharad Pawar

FIRST PUBLISHED : October 7, 2024, 19:11 IST

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