She News -25,000 किमी साइकिल चलाकर दिया महिला सुरक्षा का संदेश

मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से ही उड़ान होती है। यह बात मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की आशा मालवीय पर एकदम सठीक बैठती है, क्योंकि आशा महिला सुरक्षा का संदेश देने के लिए साइकिल से भारत भ्रमण पर निकली और इसका समापन दिल्ली में किया। वह भी तब जबकि उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उनकी मां परिवार को देख रही हैं।
इस तरह आया आइडिया
आशा ने बताया कि वह महिलाओं के लिए कुछ करना चाहती थीं, इसलिए सोचा कुछ अलग किया जाए। कई महीने रिसर्च की और लोगों से मुलाकात की, जिसमें सामने आया कि ज्यादातर महिलाएं अकेले घर से निकलने में डरती हैं। ऐसे महिला सुरक्षा को लेकर कुछ करने का आइडिया आया। बस फिर क्या था, यह संदेश देने के लिए उन्होंने साइकिल भ्रमण करने का निर्णय ले लिया।
28 राज्यों में किया भ्रमण
आशा के मुताबिक 25 हजार किलोमीटर का सफर साइकिल से करने का टारगेट तय किया था। वह जिस भी राज्य में पहुंचती थीं, वहां के मुख्यमंत्री और बड़े अधिकारियों से मिलने की कोशिश की। कई राज्यों के सीएम से उनकी मुलाकात भी हुई। अपनी इस यात्रा को लेकर उनका कहना है कि कई जगह परेशानियां भी हुईं। यात्रा के दौरान उनके साथ कोई नहीं था। कई बार साइकिल पंचर हुई तो कहीं रहने की जगह नहीं मिली। कभी भोजन की व्यवस्था नहीं हो पाई। जिसे अकेले फेस करना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
अपने राज्य में काम करने की चाह
आशा ने कहा कि मेरी पहली कोशिश है कि वह अपने राज्य में रहकर ही महिलाओं के लिए काम करें, किसी कारण ऐसा नहीं हुआ तो दूसरे राज्य में नौकरी की तलाश करेंगी। इसे लेकर उन्होंने कई बार मध्य प्रदेश सरकार से बात करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।