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कभी-कभी ‘कुछ भी नहीं करना’ क्‍यों जरूरी! मेंटल हेल्‍थ को कैसे पहुचाता है फायदा! जानें दिमाग को ब्रेक देने का तरीका

Last Updated:February 12, 2025, 11:18 IST

Benefits of doing nothing for mental health: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हर कोई हमेशा कुछ न कुछ करने में लगा है. लेकिन क्या आपने कभी बिना किसी काम के बस शांति से बैठने और अपने आसपास के वातावरण को महसूस करने क…और पढ़ेंबिना किसी काम के भी रहें खुश! जानें ‘Doing Nothing’ क्यों है जरूरी

सब कुछ छोड़कर थोड़ी देर के लिए कुछ न करना, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. Image : Canva

हाइलाइट्स

कुछ न करना मानसिक शांति और रचनात्मकता बढ़ाता है.दिमाग को ब्रेक देने से तनाव कम होता है.बिना किसी काम के समय बिताना सेहत के लिए फायदेमंद है.

Easy Ways To Give Your Brain A Break And Recharge: आमतौर पर हम यह मानते हैं कि दिमाग को जितना खटाओ, यह उतना दुरुस्‍त और तेज होगा. लेकिन आपको बताएं कि कभी-कभी दिमाग को भी पूरी तरह ब्रेक लेने की जरूर महसूस  होती है. यह मानसिक शांति देने और ब्रेन के वर्क पावर को बढ़ाने के लिए जरूरी होता है. ‘Doing Nothing’ यानी कुछ न करना भी एक कला है, जो तनाव कम करने, रचनात्मकता बढ़ाने और मानसिक थकान दूर करने में मदद करता है. अगर आप हमेशा व्यस्त रहते हैं, तो समय-समय पर खुद को फ्री रखने की आदत डालें. जानें, दिमाग को ब्रेक देने के सही तरीके और इसके फायदों के बारे में.

साइकोलॉजी टुडे के मुताबिक, सब कुछ छोड़कर थोड़ी देर के लिए कुछ न करना, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. ‘कुछ न करने’ की आदत अपनाना शुरू में असहज लग सकता है, क्योंकि यह हमारी सामान्य दिनचर्या के विपरीत है. कई बार हम कुछ न करने पर एंग्‍जायटी महसूस करने लगते हैं. इसलिए जब आप इस अप्रत्याशित आदत को अपनाने की कोशिश करें, तो अपने इरादे पर टिके रहें, पॉजिटिव सोचें और किसी भी बेचैनी को दूर करने के लिए धीरे-धीरे सांस लें.

दरससल, आजकल लोग इतने व्यस्त हैं कि आराम करना भी एक टास्क बन गया है. योग, किताबें पढ़ना या कोई और ‘उपयोगी’ काम करना ही सही माना जाता है. लेकिन असल में, हमारा दिमाग भी पूरी तरह से ब्रेक चाहता है. यह कोई आलस नहीं, बल्कि सेहत के लिए जरूरी है.

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टाइम्‍स नाउ में छपे एक आर्टिकल के मुताबिक,अगर आप हमेशा व्यस्त रहते हैं, तो आपका दिमाग तनाव में आ जाता है और सोचने-समझने की शक्ति कमजोर हो जाती है. लेकिन जब आप कुछ नहीं करते, तो दिमाग‘डिफॉल्ट मोड नेटवर्क’ (DMN) में चला जाता है, जिससे आपकी क्रिएटिविटी और समस्या सुलझाने की क्षमता बढ़ती है.

इटली में इसे Dolce Far Niente यानी ‘कुछ न करने की मिठास’ कहते हैं. इसका मतलब आलसी होना नहीं, बल्कि हर पल को खुलकर जीना है, बिना किसी चिंता के. यह मानसिक शांति के लिए बहुत फायदेमंद होता है.

कुछ न करने के फायदे-– जब दिमाग फ्री होता है, तो नए और अनोखे आइडियाज आते हैं. इस तरह क्रिएटिविटी बढ़ती है.– कई बार जब हम सोचने की कोशिश नहीं करते, तब समाधान खुद ही मिल जाता है. इस तरह समस्या सुलझाने की क्षमता बढ़ती है.– लगातार व्यस्त रहने से दिमाग पर दबाव बढ़ता है, लेकिन जब आप रिलैक्स करते हैं, तो तनाव दूर होता है.– बिना किसी काम या प्लानिंग के अपनों के साथ समय बिताने से रिश्तों में गहराई आती है और रिश्ते बेहतर होते हैं.

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‘Doing Nothing’ कैसे करें?-गिल्ट छोड़ें. कुछ न करना भी अपने आप में फायदेमंद है.-खुद को थोड़ा समय दें. सुबह बिना अलार्म के उठें, दोपहर में फोन या ईमेल से दूर रहें.-बोरियत को अपनाएं. बस बैठे रहें, छत निहारें या बादलों को देखने का आनंद लें.-डिजिटल ब्रेक लें. बिना किसी नोटिफिकेशन के कुछ देर खुद के साथ समय बिताएं.

इसलिए कभी-कभी निराशा, एंग्‍जायटी, स्‍ट्रेस आदि को ठीक करने, खुद का एनर्जी से भरने के लिए कुछ न करना ही सबसे अच्छा तरीका होता है. तो अगली बार, जब आपको खाली समय मिले, उसे एन्जॉय करें!


First Published :

February 12, 2025, 11:15 IST

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बिना किसी काम के भी रहें खुश! जानें ‘Doing Nothing’ क्यों है जरूरी

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