आज बिकेंगे 96 हजार करोड़ के स्पेक्ट्रम, टेलीकॉम कंपनियां लगाएंगी बोली, आपके नेटवर्क पर क्या होगा असर?
हाइलाइट्स
पिछली स्पेक्ट्रम नीलामी अगस्त 2022 में हुई थी.इस बार सरकार 96,317 करोड़ की नीलामी कर रही. इस नीलामी में 8 बैंड वाले स्पेक्ट्रम उतारे गए हैं.
नई दिल्ली. आपके मोबाइल और इंटरनेट की स्पीड को बढ़ाने के लिए सरकार मंगलवार को 96 हजार करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के स्पेक्ट्रम की नीलामी कर रही है. 8 बैंड में होने वाली इस नीलामी में जियो, वोडा-आइडिया, एयरटेल सहित कई टेलीकॉम कंपनियां बोली लगाएंगी. बोली की प्रक्रिया सुबह 10 बजे से शुरू भी हो गई है. माना जा रहा है कि इन स्पेक्ट्रम से 5जी नेटवर्क को और बेहतर बनाया जा सकता है.
पिछली स्पेक्ट्रम नीलामी अगस्त 2022 में हुई थी, जिसमें पहली बार 5जी सेवाओं के लिए रेडियो तरंगें शामिल की गईं थीं. इस बार सरकार लगभग 96,317 करोड़ रुपये के आधार मूल्य पर मोबाइल फोन सेवाओं के लिए आठ स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी करेगी. ट्राई के अनुसार, मौजूदा दूरसंचार सेवाओं को बढ़ाने और सेवाओं की निरंतरता बनाए रखने के लिए नए स्पेक्ट्रम की नीलामी होगी.
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मिलेगी सस्ती और क्वालिटी सर्विसस्पेक्ट्रम नीलामी को सभी नागरिकों को सस्ती, अत्याधुनिक उच्च गुणवत्ता वाली दूरसंचार सेवाएं प्रदान करने के लिए किया जा रहा है. यह स्पेक्ट्रम कंपनियों को 20 साल के लिए आवंटित किया जाएगा और खरीदने वाली कंपनी 20 आसान किस्तों में इसका पैसा चुका सकेगी. इसका मतलब हुआ कि अगले 20 तक ईएमआई पर ये स्पेक्ट्रम बेचे जा रहे हैं. कंपनियां चाहें तो 10 साल बाद इस स्पेक्ट्रम को वापस कर सकती हैं.
8 तरह के स्पेक्ट्रम होंगेआपको बता दें कि स्पेक्ट्रम नीलामी का यह 10वां दौर होगा. इस बार सरकार ने 8 बैंड के स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए पेश किए हैं. इसमें 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम उपलब्ध होंगे.
सबसे ज्यादा पैसा जियो ने दियारिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सबसे अधिक 3,000 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है. इस आधार पर कंपनी अधिकतम रेडियो तरंगों के लिए बोली लगा सकती है. दूरसंचार विभाग के मुताबिक, भारती एयरटेल ने 1,050 करोड़ रुपये और वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने 300 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है. कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया लि. अपने स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क को कम करने के लिए विशेष रूप से 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में रणनीतिक अधिग्रहण पर ध्यान केंद्रित कर सकती है.
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FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 11:40 IST