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3 Indians feature in Time Magazine List Of 100 Most Influential People | टाइम मैगजीन ने जारी की 100 प्रभावशाली लोगों की लिस्ट, जेलेंस्की, पुतिन के साथ 3 भारतीय के नाम शामिल

इस लिस्ट को 6 कैटेगरी में बांटा गया है। ये कैटेगरी आइकंस, पायनियर्स, टाइटंस, आर्टिस्ट्स, लीडर्स और इनोवेटर्स हैं। इस मैग्जीन में मनोरंजन क्षेत्र से जुड़े लोगों में पीट डेविडसन, अमांडा सेफ्राइड, सिमू लियू, मिला कुनिस, ओपरा विनफ्रे, जैसे कईं बड़े चेहरे को जगह दी गई है। तो एथलीट्स में नाथन चेन, एलेक्स मॉर्गन, एलीन गु, कैंडेस पार्कर, एलेक्स मॉर्गन, मेगन रैपिनो और राफेल नडाल का नाम शामिल है। 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में 18 साल की एलीन गु हैं, तो वहीं सबसे उम्रदराज व्यक्ति के तौर पर फेथ रिंगगोल्ड का नाम है जिनकी उम्र 91 साल है।

इस लिस्ट में चीन के राष्ट्रपति ने 13वीं बार अपनी जगह बनाई है। उनके अलावा ओपरा विनफ्रे ’10’, व्लादिमीर पुतिन ‘7’, जो बिडेन ‘5’, क्रिस्टीन लेगार्ड ‘5’, टिम कुक ‘5’, एडेल ‘3’, राफेल नडाल ‘2’, एलेक्स मॉर्गन ‘2’ , अबी अहमद ‘2’, इस्सा राय ‘2’, मेगन रापिनो ‘2’ और उर्सुला वॉन डेर लेयेन ‘2’ बार टाइम की सूची में जगह बना चुके हैं।

भारतीय बिजनेसमैन गौतम अडाणी को टाइटंस कैटेगरी में अमेरिकी होस्ट ओपरा विन्फ्रे और एप्पल के सीईओ टिम कुक जैसे लोगों के साथ जगह मिली है। टाइम में अडाणी की प्रोफाइल में कहा गया है कि अडाणी का एक समय में क्षेत्रीय रहा कारोबार हवाईअड्डों, निजी बंदरगाहों से लेकर उपभोक्ता वस्तुओं तक फैल गया है। अडाणी समूह विश्व की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था की राष्ट्रीय स्तर की बड़ी कंपनी है, हालांकि लोगों की नजरों से दूर रहते हुए अडाणी खामोशी से अपना साम्राज्य बना रहे हैं।

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सूची में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अलावा केविन मैकार्थी, रॉन डेसेंटिस, किर्स्टन सिनेमा, केतनजी ब्राउन जैक्सन अमेरिकी राजनीतिक हस्तियां शामिल हैं। तो वहीं लीडर्स कैटेगरी की इस लिस्ट में भारत के सुप्रीम कोर्ट की वकील करुणा नंदी और कश्मीरी एक्टिविस्ट व मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज को स्थान मिला है।

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करुणा नंदी के लिए टाइम मैगजीन में कहा गया है कि वो न सिर्फ एक अधिवक्ता हैं, बल्कि एक सक्रियतावादी भी हैं जो अदालत कक्ष के अंदर और बाहर बदलाव के लिए बहादुरी से अपनी आवाज उठाती हैं। वो महिला अधिकारों की पैरोकार हैं, जिन्होंने बलात्कार रोधी कानूनों में सुधार की हिमायत की और कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से जुड़े मुकदमे लड़े हैं। हाल में वह वैवाहिक बलात्कार को कानूनी छूट देने वाले भारत के एक कानून को चुनौती देने वाली वाद से संबद्ध रही हैं।
तो वहीं टाइम के लिए लिखने वाले पत्रकार राणा अय्यूब ने कहा कि एशियन फेडरेशन अगेंस्ट इनवॉलंटरी डिसअपीयरेंस के अध्यक्ष खुर्रम परेज को पिछले साल नवंबर में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें चुप रहना पड़ा, क्योंकि उनकी आवाज कश्मीर क्षेत्र में मानवाधिकारों के उल्लंघन और अन्याय के खिलाफ दुनिया भर में गूंजती है। मृदुभाषी खुर्रम लगभग एक आधुनिक डेविड हैं जिन्होंने परिवारों को आवाज दी जिन्होंने भारतीय राज्य द्वारा जबरन गायब होने के कारण अपने बच्चों को खो दिया।

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