Students troubled by the problem of resources in Rajasthan University | उत्तर भारत के बड़े संस्थानों में इन मशीनों की कमी लेकिन RU में नहीं हो रही कद्र
जयपुरPublished: Apr 02, 2023 02:35:48 pm
राजस्थान विश्वविद्यालय: संसाधनों के मेंटेनेंस के पैसे नहीं…टेस्टिंग पर पांच गुणा खर्च। छात्रों को विवि के बाहर से 500 रुपए देकर सैंपल टेस्ट करना पड़ रहा है, जबकि विवि में टेस्ट के 100 रुपए लिए जाते हैं।
उत्तर भारत के बड़े संस्थानों में इन मशीनों की कमी लेकिन RU में नहीं हो रही कद्र
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय उत्तर भारत के नामचीन शैक्षिक संस्थानों में गिना जाता है। विश्वविद्यालय में शोध के लिए काम आने वाली मशीनें राज्य में कहीं ओर नहीं है। लेकिन विश्वविद्यालय में संसाधन होते हुए भी उनकी कद्र नहीं हो पा रही है। इससे शोधार्थियों को रिसर्च करने में आए दिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। संसाधनोें के मेंटीनेंस के अभाव में विज्ञान उपकरण केंद्र (USIC) में पांच मशीनों की हालत खस्ता है।इनमें से तीन मशीनें तो चार माह से बंद पड़ी हैं। इन मशीनों के मेंटीनेंस के लिए सालाना पांच लाख रुपए की जरूरत है। लेकिन इनकी मेंटीनेंस नहीं हो पा रही है, जिसका खमियाजा भौतिक शास्त्र, रसायन विज्ञान, प्राणी शास्त्र, वनस्पति शास्त्र विभाग के शोध छात्रों को उठाना पड़ रहा है। इन छात्रों को विवि के बाहर से 500 रुपए देकर सैंपल टेस्ट करना पड़ रहा है, जबकि विवि में टेस्ट के 100 रुपए लिए जाते हैं।