Syria War News: अमेरिका का दुश्मन, विद्रोह का चेहरा…कौन है अबू मोहम्मद जुलानी, जिसने बजाई असद सरकार की बैंड?
नई दिल्ली: सीरिया में असद सरकार का अंत हो गया. सीरिया की राजधानी दमिश्क पर विद्रोहियों ने पूरी तरह कब्जा कर लिया. राष्ट्रपति भवन में जमकर लूटपाट मचा दी. राष्ट्रपति बशर-अल असद के देश छोड़कर भाग निकले. इसके साथ ही सीरिया में असद परिवार के 50 साल के शासन का अंत हो गया. सीरिया में 24 साल से बशर अल असद राज कर रहे थे. उनके पिता ने करीब 29 सालों तक सीरिया पर राज किया. विद्रोहियों ने अब सीरिया में तख्तापलट कर दिया है. प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी जलाली शांतिपूर्ण तरीके से विपक्ष को सत्ता सौंपने को तैयार हो गए हैं. माना जा रहा है कि विद्रोही गुट का चीफ ही ही सत्ता संभालेगा. अब अब सवाल है कि आखिर असद के 24 साल के राज का अंत किसने किया? कौन है वह शख्स, जिसकी एक पुकार पर विद्रोहियों ने असद सरकार की ईंट से ईंट बजा दी. किसकी आंधी में असद की सरकार उड़ गई?
दरअसल, सीरिया में एचटीएस यानी हयात तहरीर अल-शाम ही वह विद्रोही संगठन है, जिसने असद सरकार की नींव हिला दी. हयात यह तहरीर एक ऐसा समूह है जो सीरिया में सबसे शक्तिशाली सशस्त्र विपक्षी ताकत बन गया है. अब सीरिया पर पूरी तरह से उसका राज है. उसके सामने सीरिया के प्रधानमंत्री ने भी सरेंडर कर दिया है. आर्मी उसका आदेश मानने को तैयार है. उसके लड़ाके सीरिया में पूरी तरह कब्जा कर बैठे हैं. सरकारी टीवी नेटवर्क हो या पुलिस मुख्यालय, हर जगह एचटीएस यानी हयात तहरीर अल शाम का कंट्रोल है. इस विद्रोही संगठन का मकसद रहा है सीरिया में असद सरकार की सत्ता को उखाड़ फेंकना. लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार यह संगठन अपने मकसद में कामयाब रहा.
कौन है अबू मोहम्मद जुलानीसीरिया में सियासी तूफान का जनक है अबू मोहम्मद अल जुलानी. जुलानी सशस्त्र विपक्ष का नेतृत्व करने वाले मुख्य समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) का विद्रोही नेता है. अबू मोहम्मद अल जुलानी ही इसका संस्थापक है. वह लगभग एक दशक से वह अपने समूह को एक प्रभावशाली राष्ट्रीय शक्ति के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहा है. उसका मकसद सीरिया को एक इस्लामी गणराज्य बनाना है. 2016 के बाद से ही अल-जुलानी एचटीएस की छवि को उसकी अंतरराष्ट्रीय जड़ों से अलग दिखाने में जुटा है. वह अपना फोकस सीरिया की सीमा के भीतर शासन पर रख रहा है. उसके नेतृत्व में एटीएस ने 2017 में सीरियाई साल्वेशन गवर्नमेंट की स्थापना की. यह इदलिब प्रांत में नागरिक सेवाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं की देखभाल करती है.
क्या है अबू मोहम्मद अल-जुलानी का बैकग्राउंडविद्रोही नेता अबू मोहम्मद अल-जुलानी के बर्थ प्लेस को लेकर विवाद है. कुछ लोग दावा करते हैं कि उसका जन्म सऊदी अरब के रियाद स्थित अहमद हुसैन अल-शारा में 1982 में हुआ था. तो कोई कहता है कि सीरिया में हुआ. कोई कहता है कि उसके पिता वहां पेट्रोलियम इंजीनियर थे. कोई कहता है कि ग्रोसरी की दुकान थी. उसका परिवार बाद में दमिश्क में बस गया. अबू मोहम्मद अल-जुलानी के बचपन का नाम है- अहमद अल-शरा. वह अपना चेहरा बहुत कम ही दिखाता है. उसका अलकायदा से भी कनेक्शन रहा है. सीरिया के गृहयुद्ध में अलकायदा से जुड़े एक गुट का कमांडर बनने से पहले अल जुलानी ने इराक स्थित अमेरिकी जेल में सजा काटी है. अमेरिका ने उस पर अब भी 1 करोड़ डॉलर का इनाम रखा है.
अलकायदा से कनेक्शन और अमेरिकी इनामअहमद अल-शारा यानी अबू मोहम्मद अल-जुलानी की मानें तो उसका शुरुआती जीवन संघर्षों से भरा रहा है. 1967 के युद्ध के दौरान उसके परिवार को गोलन हाइट्स में अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था. 2021 में पीबीएस के ‘फ्रंटलाइन’ को दिए एक इंटरव्यू में जुलानी ने दमिश्क में बड़े होने और अपने पिता के किराने की दुकान पर काम करने के बारे में बताया. लेकिन 11 सितंबर 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर हुए हमलों और उसके बाद आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले युद्ध के बाद उसने वहां अमेरिकी आक्रमण के खिलाफ लड़ने के लिए बगदाद की यात्रा की. वह इराक में अल-कायदा में शामिल हो गया. अलकायदा को अमेरिका आतंकी संगठन मानता है. जब उसकी उम्र 23 साल रही होगी, तब 2005 में उसे मोसुल में गिरफ्तार किया गया था. कैंप बुक्का में अमेरिका की जेल में उसने कई साल बिताए थे. जुलानी को पांच साल बाद अमेरिकी हिरासत से रिहा किया गया. तब तक अलकायदा-ईरान ने अबू बक्र अल-बगदादी के नेतृत्व में खुद को इस्लामिक स्टेट इन इराक के रूप में खुद को रीब्रांड किया. हालांकि, बाद में जुलानी ने अलकायदा का साथ छोड़ दिया. और उसके बगदादी से रास्ते अलग हो गए.
अभी क्या है सीरिया में अपडेटविद्रोही गुट का दावा है कि बशर अल असद देश छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं. वहीं सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी जलाली ने एक वीडियो बयान जारी करके कहा कि वह शासन की बागडोर शांतिपूर्ण तरीके से विपक्ष को सौंपने को तैयार हैं. इस घटनाक्रम के बीच ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार गिर गई है और सीरिया में असद परिवार के 50 साल के शासन का अंत हो गया. दावा किया गया कि असद ने रविवार तड़के दमिश्क से उड़ान भरी. राजधानी के निवासियों को गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें सुनाई दी हैं. विद्रोही खूब जश्न मनाते दिखे. राष्ट्रपति भवन में जमकर लूटपाट हुई. सीरिया में युद्ध के दौरान असद के मुख्य समर्थक रहे ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने खबर दी कि असद राजधानी छोड़ चुके हैं. सीरियाई लोगों की भीड़ दमिश्क के चौहारों पर जश्न मनाने के लिए एकत्र हुई, उसने असद विरोधी नारे लगाए और कार के हॉर्न बजाए. कुछ इलाकों में जश्न में गोलियां भी चलाई गईं.
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FIRST PUBLISHED : December 8, 2024, 14:47 IST