पूरी दुनिया में मशहूर है जोधपुर का यह लाल मिर्च, 6 से 7 इंच रहती है लंबाई, पीएम मोदी भी स्वाद के हैं मुरीद

Last Updated:March 05, 2025, 19:20 IST
Jodhpur Mathania Red Chilli: जोधुपर के मथानिया गांव में उत्पादित होने वाला लाल मिर्च उच्च पैदावार और तीखेपन के लिए दुनियाभर में मशहूर है. इस मिर्च को जीआई टैग भी दिलाने का प्रयास जारी है. साथ ही एक्सपोर्ट के ल…और पढ़ेंX
मथानिया की लाल मिर्ची
हाइलाइट्स
मथानिया की लाल मिर्च 6-7 इंच लंबी होती है.पीएम मोदी भी मथानिया मिर्च का स्वाद ले चुके हैं.मथानिया मिर्च को जीआई टैग दिलाने का प्रयास जारी है.
जोधपुर. राजस्थान के जोधुपर जिला का मथानिया की मिर्च उच्च गुणवत्ता वाली पैदावार और तीखेपन के कारण प्रसिद्ध है. इस मिर्च ने वर्षो से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई हुई हुई है. लेकिन, अब आने वाले समय में यदि इस मिर्च की पहचान के साथ जीआई टैग लग जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए, क्योंकि कुछ दिनों पहले फ्रांस से एक विशेष प्रतिनिधिमंडल मथानिया मिर्च के जीआई टैग की संभावना तलाशने के लिए जोधपुर आया था. जयपुर में अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक करने के बाद जोधपुर शहर और मथानिया में अधिकारियों किसानों के साथ इस टीम ने मंथन किया था.
निर्यात की बढ़ रही है संभावना
राजस्थान के जोधपुर जिला स्थित मथानिया गांव की लाल मिर्च पूरी दुनिया में मशहूर है. 6-7 इंच लंबाई वाले मथानिया मिर्च का तीखापन इतना तेज होता है कि खाते ही दिमाग झन्ना जाए. लेकिन, संतुलित मात्रा में किसी भी सब्जी में पड़ते ही यह सब्जी के स्वाद को और बढ़ा देता है. ऐसे में पूरी दुनिया में इसकी डिमांड है. अपने तीखेपन और मन को भाने वाले स्वाद के कारण देश और दुनिया में पसंद की जाने वाली जोधपुर जिले के मथानिया की मिर्च का एक बार फिर भाग्योदय होने वाला है. एक्सपोर्ट के लिए रास्ते खुलने के बाद क्षेत्र की किसानों को मिर्ची की पैदावार करने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यवसाय करने का लाभ मिलेगा.
6-7 इंच तक होती है लंबाई
इस लाल मिर्च की विशेषता है कि अन्य लाल मिर्च की तुलना में इसका स्वाद काफी बेहतर होता है. सामान्य लाल मिर्च की तुलना में इसकी लंबाई 6 से 7 इंच तक होती है. अपनी गुणवत्ता और स्वाद के कारण ही यह विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखती है. लेकिन, इस वर्ष हर साल की तुलना में करीब 40 प्रतिशत इसकी पैदावार की है.
जैविक तरीके से होती है र्मिच की खेती
विश्व प्रसिद्ध मथानिया की लाल मिर्च न सिर्फ खाने के जायके को बढ़ाती है बल्कि रंग भी बेजोड़ लाती है. मथानिया के लाल मिर्च की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह लाल मिर्च रासायनिक खेती के बजाय पूर्ण रूप से प्राकृतिक जैविक खेती के द्वारा ही तैयार होती है, जो स्वास्थ्य के नजरिए से बेहतर मानी जाती है. मथानिया का लाल मिर्च उच्च गुणवत्ता और पौष्टिकता से भी भरपूर होता है.
पीएम मोदी भी चख चुके हैं स्वाद
खाने के जायके को बढ़ाने के लिए मथानिया की इस लाल मिर्च की मार्केट में भी खासी डिमांड है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जोधपुर के होटल में मथानिया की इस लाल मिर्च का जायका चख चुके हैं. मथानिया के आस-पास के बालरवा व तिंवरी गांव के भी अधिकांश किसान इन दिनों इन लाल मिर्च की पैदावार में जुटे है.
Location :
Jodhpur,Rajasthan
First Published :
March 05, 2025, 19:20 IST
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पूरी दुनिया में मशहूर है जोधपुर का यह लाल मिर्च, जीआई टैग दिलाने की है तैयारी